नई दिल्ली। केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आतंकवाद पर राजनीति करने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि आतंकवादी हमले पर जब पूरा विश्व भारत के साथ खड़ा है, ऐसे में विपक्षी दल को यह संदेश देने की कोशिश नहीं करनी चाहिए कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के तरीके में देश एकजुट नहीं है। जेटली ने अपने ब्लॉग ‘व्हाट इट्स एडवाइर्स मस्ट टेल दि कांग्रेस पार्टी आॅन नेशनल सिक्योरिटी ’ में लिखा है,‘‘ आप दुनिया को यह संकेत नहीं दें कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के तरीके में भारत बंटा हुआ है। जब पूरा विश्व भारत के साथ है ऐसे में विपक्षी पार्टी को अलग राग नहीं अलापना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में 2016 में की गयी सर्जिकल स्ट्राइक के कमांडर रहे सेवा निवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल डी एस हुड्डा को सुरक्षा मामलों पर पार्टी के ‘कार्य बल’ का प्रमुख बनाया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ऐसा करके सर्जिकल स्ट्राइक को देर-सवेर मान्यता दी है। उन्होंने कहा,‘‘ मुझे विश्वास है कि एडवाइजरी पैनल के प्रमुख पार्टी नेताओं को यह समझायेंगे कि सर्जिकल स्ट्राइक अपनी तरह का पहला महत्वपूर्ण कदम था।’’
उन्होंने जेएनयू घटना के संदर्भ में कहा कि अगली बार अगर कोई भारत को तोड़ने संबंधी नारे लगाये तो देश की प्रमुख पार्टी उसके समर्थन में उससे मुलाकात करने नहीं जाये। भारत को तोड़ने वाली जैसे नारेबाजी के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है। उन्होंने कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित के सेना प्रमुख के खिलाफ दिये गए बयान का जिक्र करते हुए कहा कि सैन्य प्रमुख को ‘सड़क का गुंडा ’ नहीं कहा जा सकता।