नई दिल्ली। पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस का 88 साल की उम्र में लंबी बीमारी के बाद आज निधन हो गया। दिल्ली में उन्होंने सुबह 7 बजे आखिरी सांस ली। फर्नांडिस अल्जाइमर बीमारी से पीड़ित थे। पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस का भारतीय राजनीति में ऐतिहासिक योगदान रहा है, फिर चाहे वह रक्षा क्षेत्र में उठाए गए बड़े फैसले हों। या फिर इमरजेंसी के दौरान अपनी आवाज उठाने का मुद्दा रहा हो, जॉर्ज फर्नांडिस ने हमेशा ही आगे बढ़कर नेतृत्व किया।
जॉर्ज फर्नांडिस वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे हैं। इमर्जेंसी के दौरान गिरफ्तारी से बचने के लिए जार्ज फर्नांडिस को पगड़ी पहन और दाढ़ी रख कर सिख का भेष धारण किया था जबकि गिरफ्तारी के बाद तिहाड़ जेल में कैदियों को गीता के श्लोक सुनाते थे। 1974 की रेल हड़ताल के बाद वह कद्दावर नेता के तौर पर उभरे और उन्होंने बेबाकी के साथ इमर्जेंसी लगाए जाने का विरोध किया था।
इमर्जेंसी खत्म होने के बाद फर्नांडिस ने 1977 का लोकसभा चुनाव जेल में रहते हुए ही मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट से लड़े और रेकॉर्ड मतों से जीत हासिल की। जनता पार्टी की सरकार में वह उद्योग मंत्री बनाए गए थे। बाद में जनता पार्टी टूटी, फर्नांडिस ने अपनी पार्टी समता पार्टी बनाई और बीजेपी का समर्थन किया।
फर्नांडिस ने अपने राजनीतिक जीवन में उद्योग, रेल और रक्षा मंत्रालयों का कार्यभार संभाला। वह आखिरी समय में अल्जाइमर से पीड़ित थे। उन्हें कुछ याद नहीं रहता था। एक सांसद के तौर पर उनका आखिरी कार्यकाल राज्यसभा में अगस्त 2009 और जुलाई 2010 के बीच में था।