नई दिल्ली। पीएनबी को 13,000 करोड़ रुपए का चूना लगाकर देश छोड़कर फरार होने वाले हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की भारत वापसी पर एंटीगुआ सरकार ने अड़ंगा डाल दिया है। खबरों की मानें तो एक निजी चैनल से बातचीत में एंटीगुआ के प्रधानमंत्री कार्यालय के चीफ ऑफ स्टाफ लियोनेल हर्स्ट हर्स्ट ने कहा कि मेहुल चोकसी अब भारत का नागरिक नहीं है क्योकि उसने अपनी भारतीय नागरिकता सरेंडर कर दी थी, इसलिए वह अब एंटीगुआ का नागरिक है और वहां की सरकार उससे नागरिकता नहीं छीन सकती है। अधिकारी ने कहा कि मेहुल चोकसी को भारत भेजने को लेकर अब तक कोई आदेश नहीं मिला है।
इसके अलावा एक शीर्ष अधिकारी ने साफ कहा कि भारत से भी किसी भी अधिकारी के एंटीगुआ में आने की कोई सूचना नहीं मिली है। उन्होंने कहा, चोकसी के लिए भारत तक की लंबी यात्रा करना बेहद तकलीफ का काम है, इसलिए वह किसी भी हालत में भारत तक यात्रा नहीं करना चाहता है। ऐसे हालात में ये मामला ऐसा हो गया है जहां अदालत को अहम रोल निभाना है, इसमें राजनीतिक नेतृत्व का रोल कम हो गया है, हमनें अदालत के सामने याचिका दी है।"
बता दें कि हाल ही में एंटीगुआ की सरकार ने मेहुल चोकसी को भारत प्रत्यर्पण करने का भरोसा दिया था। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि एंटीगुआ और बारबुडा ने भारत को आश्वासन दिया कि जैसे ही कानूनी औपचारिकताएं पूरी हो जाएंगी वह भगोड़े आभूषण कारोबारी मेहुल चोकसी का प्रत्यर्पण कर देगा। एंटिगुआ के विदेश मंत्री चेत ग्रीन ने यह आश्वासन दिया था।