नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र का आज 12वां दिन है। राज्यसभा में आज तीन तलाक बिल पर मोदी सरकार की अग्निपरीक्षा हानी थी लेकिन बिल प्रस्तुत होने से पहले हंगामा हो गया और सभापति को राज्यसभा की कार्रवाई दो जनवरी तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। हालांकि पहले राज्यसभा की कार्रवाई दो बजे तक के लिए अस्थगित की गयी थी लेकिन बाद से इसका विस्तार कर दिया गया। अब राज्यसभा की कार्रवाई फिर से दो जनवरी को प्रारंभ होगी।
लोकसभा में पारित होने के बाद सरकार के सामने इस बिल को राज्यसभा से पारित कराने की चुनौती अभी भी बनी हुई है क्योंकि 14 दलों के संयुक्त मोर्चे ने राज्यसभा के सभापति को इसे प्रवर समिति को भेजने की मांग की है। सदन में हंगामे के बाद राज्यसभा को 2 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। सोमवार सुबह सदन की कार्यवाही की शुरुआत के 15 मिनट बाद ही सदन को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। इसके बाद दो बजे कार्यवाही शुरू हुई और सदन को फिर 2.25 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
फिर तीसरी बार राज्यसभा की कार्यवाही 2 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दी गई। कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी दल तीन तलाक बिल को प्रवर समिति के पास भेजने की मांग कर रहे हैं। वहीं सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस ने व्हिप जारी करके अपने-अपने सदस्यों से सोमवार को ऊपरी सदन में उपस्थित रहने को कहा है। अन्य दलों ने भी अपने सांसदों से यह विधेयक सदन में पेश करने के दौरान उपस्थित रहने को कहा है।
एक बात बता दें कि उपरी सदन में भाजपा और सहयोगी दलों की संख्या 97 है जबकि संयुक्त विपक्षी दलों की संख्या 115 है। इसमें 6 सदस्य जनता दल यू के हैं जिन्होंने पहले ही कह दिया है कि वे इस मामले में सरकार के साथ नहीं हैं। ऐसे में इस बिल का पास होना थोड़ा कठिन दिख रहा है।