नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुरुवार को जब एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान भाषण दे रहे थे तो उन्हें एक ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा जिसके बारे में उन्होंने सोचा भी नहीं होगा। दरअसल स्वच्छ गंगा राष्ट्रीय परियोजना और दिल्ली जल बोर्ड की ओर से यमुना स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें केजरीवाल के अलावा केंद्रीय गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गड़करी और केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी मौजूद थे।
विज्ञान भवन में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान जैसे ही केजरीवाल ने भाषण देना शुरू किया तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने खांसने की आवाज निकालकर उनके भाषण में बाधा पहुंचाने की कोशिश की। इसके बाद जब लोग शांत नहीं हुए तो नितिन गडकरी और हर्षवर्धन को हस्तक्षेप करना पड़ा।
गडकरी ने लोगों से कहा कि यह सरकारी कार्यक्रम है जरा शांत रहिए। केजरीवाल का मजाक बनाने वाले इस वाकये ने लोगों को पशोपेश में डाल दिया। इस कार्यक्रम में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, जल संसाधन राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह सहित कई भाजपा सांसद तथा कार्यकर्ता भी वहां उपस्थित थे।
आपको बता दें कि केजरीवाल 2016 तक खांसी की समस्या से जूझ रहे थे और बाद में उन्हें बेंगलुरु के एक अस्पताल में अपनी सर्जरी करानी पड़ी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी केजरीवाल की खांसी के प्रति चिंता जता चुके हैं। 2015 में प्रधानमंत्री मोदी ने भी केजरीवाल को खांसी से निजात पाने का उपाय बताते हुए अपने योग गुरु डॉ. नागेंद्र से इलाज कराने की सलाह दी थी।