नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल रेल राज्य मंत्री राजेन गोहेन पर रेप का आरोप लगाया गया है। एक 24 वर्षीय महिला ने मंत्री गोहेन पर यह आरोप लगाया है। उसी आरोप के आधार परअदालत ने समन जारी कर गोहेन को 8 जनवरी 2019 को अदालत में पेश होने का आदेश दिया है। बताया जा रहा है कि 24 वर्षीय शादीशुदा महिला ने इस साल अगस्त में गोहेन के खिलाफ धोखाधड़ी, बलात्कार और धमकाने के मामले दर्ज करवाए थे। यह समन 28 नवंबर को जारी किया गया था लेकिन बुधवार को सार्वजनिक किया गया।
वहीं, रेप के आरोपों पर रेल राज्य मंत्री राजेन गोहेन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझ पर जो रेप के आरोप लगाए जा रहे हैं, वो पूरी तरह गलत हैं। मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश हो रही है। हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि कोर्ट से जारी किया गया समन उन्हें नहीं मिला है। मोदी सरकार में रेल राज्य मंत्री राजेन गोहेन बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं। 1999 से असम की नौगांग लोकसभा सीट से वो सांसद हैं। गोहेन पेशे से बिजनेसमैन हैं और उनके असम में चाय के बागान हैं।
उन्होंने कहा कि महिला ने आरोप लगाया था कि घटना सात-आठ महीने पहले उसके घर पर हुई थी। घटना के वक्त उसका पति और परिवार के अन्य सदस्य मौजूद नहीं थे। गोहेन ने दावा किया कि महिला को किसी ने उकसाया है। पीडि़ता खुद अदालत गई थी और मामला वापस लेना चाहती थी लेकिन इसे स्वीकार नहीं किया गया।
राजेन गोहेन ने बताया कि नौगांव के सदर थाना प्रभारी अधिकारी ने अगस्त में कहा था कि महिला ने मामला दर्ज होने के दो दिन बाद अदालत से मुकदमा वापस लेने की याचिका लगाई थी लेकिन उसे रोक दिया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गोहेन और महिला एक दूसरे को लंबे अरसे से जानते हैं। मंत्री अक्सर उसके घर आते जाते रहते थे। वहीं, मंत्री के ओएसडी संजीव गोस्वामी ने दावा किया है कि गोहेन ने महिला और उनके परिवार के खिलाफ ब्लैकमेलिंग की कुछ शिकायतें दर्ज कराई थीं।