मुबंई। सनी देओल, बॉबी देओल और श्रेयश तलपड़े स्टारर कॉमेडी ड्रामा फिल्म ‘पोस्टर बॉयज’ 8 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म की कहानी एक छोटे से गांव में रहने वाले तीन ऐसे लोगों के बारे में है जो कि अपनी आम जिंदगी में छोटी-छोटी चीजों के बीच खुशहाल जिंदगी जी रहे होते हैं। इसी बीच एक ऐसी घटना होती है जिससे अचानक सब कुछ बदल जाता है।
एक रोज जब ये तीनों सुबह जागते हैं तो पता चलता है कि पूरे गांव में उनकी तस्वीरों वाले नसबंदी के पोस्टर्स लगे हुए हैं। फिल्म में सरकारी तंत्र द्वारा हुई एक छोटी सी गलती से पनपे ह्यूमर को बहुत शानदार तरीके से पेश किया गया है। यदि आप एक हल्की फुल्की फिल्म देख कर अपना वीकेंड इंजॉय करना चाहते हैं और थिएटर से हंसते हुए बाहर आना चाहते हैं तो शायद यह फिल्म आप ही के लिए है।
वहीं आज की दूसरी फिल्म की बात करें तो आज अर्जुन रामपाल की ‘डैडी’ भी रिलीज हो रही है। गैंगस्टर अरुण गवली पर बनी फिल्म ‘डैडी’ में गवली की जिंदगी के उस तमाम रंगों को दिखाया गया है, जो बहुत गहरा असर नहीं छोड़ते। मुंबई की छोटी सी चाल से निकलकर एक आम आदमी गैंगस्टर बनता है। उसके कारनामें पुलिस के लिए सिरदर्द बन जाते हैं। फिल्म में कुछ नयापन नहीं है।
फिल्म 70 के दशक की है। गवली मुंबई की एक चाल में रहता है।जो मजदूर मिल में काम करता है, लेकिन गरीबी और परिस्थितयां उसे आम इंसान रहने नहीं देती। वह अपने तीन दोस्तों के साथ जुआ, मटका खेलने लगता है। फिर एक दिन उसके हाथों एक मर्डर होता हैऔर फिर होता रहता है और धीरे-धीरे यह उसकी आदत में शुमार हो जाता है। गवली अंडरवर्ल्ड का एक जाना-पहचाना चेहरा बन जाता है।ये तीनों दोस्त मिलकर एक गैंग बना लेते हैं।‘बीआरए’. बाबू, रामा और आनंद. ये गैंग मुंबई पर राज करता है. दूसरे गैंग के लोग गवली के नाम से ही थर-थर कांपते हैं। लेकिन इस गैंग में एक खास बात है कि वह मासूम लोगों को नुकसान नहीं पहुंचाता।