कलाकार: अक्षय कुमार, रितेश देशमुख, अभिषेक बच्चन, जैकलिन फर्नानडिस, लीजा हेडन, नर्गिस फखरी, बोमन ईरानी, जैकी श्राफ, चंकी पांडे, समीर कोचर, निकेतन धीर
निर्देशक-पटकथा-संवाद : साजिद-फरहाद
निर्माता : साजिद नाडियाडवाला, सुनील ए लुल्ला
फिल्म की कहानी:
यह कहानी मशहूर बिजनेसमैन बटुक पटेल (बोमन ईरानी) की है, जिसकी 3 बेटियां गंगा पटेल उर्फ ग्रेसी (जैकलीन फर्नांडीज), जमुना पटेल उर्फ जैनी (लीजा हेडन) और सरस्वती पटेल उर्फ सारा (नरगिस फखरी) हैं। बटुक को गलतफहमी है कि उसकी बेटियां सबसे ज्यादा संस्कारी हैं।
फिर कहानी में फुटबॉल टीम के वाटर ब्वॉय सैंडी (अक्षय कुमार), टेडी (रितेश देशमुख) और बंटी (अभिषेक बच्चन) की एंट्री होती है और कन्फ्यूजन शुरू हो जाती है। बटुक अपनी बेटियां की शादी इन तीनों से नहीं कराना चाहते है। लेकिन ये एक-दूसरे से शादी करने के लिए बेकरार है।
निर्देशन:
साजिद-फरहाद ने मिलकर कई बेहतरीन फिल्मों की कहानी लिखी है। लेकिन इस फिल्म में ये दोनों चूक गए। फिल्म का निर्देशन औसत से कम रहा है। इसमें कुछ भी नया नहीं दिखाई दिया। साथ ही उन्होंने दर्शकों को काफी कन्फ्यूज भी किया है। इसकी पिछली दो सीरिज को देखा जाए तो वह दर्शकों का मनोरंजन करने में ज्यादा सफल साबित हुई थीं। लेकिन इस फिल्म से जितनी उम्मीदें की गई थीं इसने उतना ही निराश किया है।
अभिनय:
'एयरलिफ्ट' और 'ब्रदर्स' जैसी गंभीर फिल्में करने के बाद अक्षय ने बखूबी खुद इस में दर्शकों को हंसाने की कोशिश की है। वहीं दूसरी तरफ रितेश देशमुख भी इस तरह के किरदारों को अच्छी तरह निभा जाते हैं। अभिषेक बच्चन ने भी अपनी तरफ से दर्शकों को हंसाने की पूरी कोशिश की है। जैकलिन, लीजा और नरगिस ने ऐसा कुछ फिल्म में नया नहीं किया है। वहीं जैकी श्रॉफ, चंकी पांडे का भी कोई खास किरदार नहीं नजर आया।