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फिल्म रिव्यूः जज्बातों की कहानी हैं 'बजरंगी भाईजान'

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jul 17 2015 2:15PM | Updated Date: Jul 17 2015 2:15PM
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फिल्‍म- बजरंगी भाईजान
कलाकार- सलमान खान, करीना कपूर, नवाजुद्दीन सिद्दिकी, हर्षाली मल्‍होत्रा
निर्देशक- कबीर खान


मुंबई। बीते कई सालों से सलमान खान अपने फैंस को ईद के मौके पर ईदी देते आये हैं और इस बार उन्‍होंने 'बजरंगी भाईजान' बनकर धमाकेदार इंट्री की है। सलमान की फिल्‍में समीक्षा से परे होती है क्‍योंकि भावुकता के भाव को लिखा नहीं जा सकता।  उनकी फिल्‍मों का एक अलग ही फंडा है जिसमें एक्‍शन भी होता है और रोमांस भी। लेकिन सबसे हटकर होती है दर्शकों को इमोशनल करने वाली कहानी।

कहानी- पाकिस्‍तान के एक गांव में सईदा नाम की लड़की रहती है जो जन्‍म से गूंगी है। गांववाले सईदा की अम्‍मी-अब्‍बू को कहते हैं कि अगर वो दिल्ली के बाबा निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पर सजदा करते हैं तो उनकी बेटी की आवाज लौट सकती है। अब परेशानी यह है कि सईदा के अब्‍बा पाकिस्‍तान आर्मी में रहे हैं, तो उन्‍हें भारत जाने का वीजा नहीं मिल सकता।

ऐसी परिस्थिति में सईदा की अम्‍मी उसे समझौता एक्‍सप्रेस से दिल्‍ली के लिए रवाना होती है। दरगाह में सजदा करने के बाद वो वापस लौटने के लिए ट्रेन में बैठते हैं। रात को एक सुनसान जगह अचानक ट्रेन कुछ देर के लिए रूकती है। इसी बीच सईदा ट्रेन से उतर जाती है और ट्रेन चल पड़ती है। सईदा की अम्‍मी उसे ढूढ़ने के लिए भारत वापस आना चाहती है लेकिन ऐसा हो नहीं पाता।

इधर सईदा एक मालगाड़ी में सवार होकर कुरूक्षेत्र पहुंच जाती है जहां हनुमान जयंती के अवसर पर एक विशाल जुलूस निकला है। वहां सईदा की मुलाकात पवन उर्फ बजरंगी (सलमान खान) से होती है। सलमान को जैसे ही यह पता चलता है कि सईदा गूंगी है वो उसे पुलिस स्‍टेशन लेकर जाता है लेकिन पुलिस पवन को हिदायत देती है कि वो बच्‍ची को अपने साथ रखे। पवन दिल्‍ली में अपने पिता के दोस्‍त त्रि‍पाठी जी (शरत सक्‍सेना) के यहां रहते हैं।

त्रि‍पाठी जी की बेटी रसिका (करीना कपूर) एक स्‍कूल टीचर है और पवन से बहुत प्‍यार करती है। पवन बच्‍ची को घर लेकर आता है और बताता है कि वो हिंदू है। इसके बाद शुरू होता है सईदा को घर पहुंचाने का मिशन। पवन और रसिका बच्‍ची के सामने अलग-अलग जगहों के नाम बताते है और कहते है कि जहां से वो है वहां का नाम सुनने पर अपना सिर हिला दे।

कहानी में टर्निंग प्‍वांइट तब आता है जब पवन और रसिका को यह पता चलता है कि वो पाकिस्‍तान से है। पवन ठान लेता है कि वो उस बच्‍ची को उसके मां-पिताजी से मिलाकर ही दम लेगा। पाकिस्‍तान जाने के लिए सलमान को वीजा नहीं मिलता तो सलमान बिना वीजा के ही घर से निकल पड़ता है। इस काम में उसकी मदद करता है एक लोकल टीवी का पत्रकार चांद (नवाजुद्दीन सिद्दिकी)। सईदा को घर तक पहुंचाने में फिल्‍म में कई उतार-चढाव दिखाये गए हैं जिसके लिए आपका सिनेमाघर तक जाना होगा।

एक्टिंग- सलमान खान ने अपनी एक्टिंग के साथ न्‍याय किया है। उन्‍होंने फिल्‍म में अपने चैलेंजिग रोल को बखूबी निभाया है। सलमान की इंट्री धमाकेदार तरीके से की गई है जिसके बाद हॉल में सीटी बजना एक जाहिर सी बात है। करीना कपूर को फिल्‍म में ज्‍यादा टाइम तो नहीं मिला लेकिन दर्शकों को वो पसंद आएंगी। नवाजुद्दीन ने एकबार फिर दर्शकों का मन मोहा है। वे अपने डॉयलॉग डिलीवरी से एकबार फिर दर्शकों का हैरान किया है।

निर्देशन- फिल्‍म दर्शकों को बांधे रखने में कोई कसर नहीं छोड़ती। इंटरवल से पहले स्‍टोरी थोड़ी से स्‍लो मोशन में चलती है लेकिन इंटरवल के बाद दर्शकों की नजरें स्‍‍क्रीन से नहीं हटती। कबीर खान ने फिल्‍म में बेहद खूबसूरत लोकेशन्‍स का इस्‍तेमाल किया है। पूरी तरह से देखा जाये तो कबीर खान ने अपने दर्शकों को कहीं से भी निराश नहीं किया है।
संगीत- फिल्‍म के गाने पहले ही हिट हो चुके हैं। फिल्‍म का 'कव्‍वाली' गाना और 'सेल्‍फी' सॉन्‍ग दर्शकों को बेहद पसंद आया है।

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