एक बार चीन के विख्यात विचारक कन्फ्यूशियस से एक व्यक्ति मिलने आए। उन दोनों के बीच धर्म और दर्शन के माध्यम से अध्यात्म के अनेक पहलुओं पर चर्चा हुई। फिर उस व्यक्ति ने पूछा कि, 'अच्छा तो यह बताइए कि इस संसार में दीघार्यु कौन है?' कन्फ्यूशियस ने उस व्यक्ति की ओर अपना मुंह खोला और कहा, 'मेरे मुंह के अंदर क्या दिखता है। उस व्यक्ति ने देखा तो और कहा कि मुझे तो सिर्फ जीभ ही दिखाई देती है।' कन्फ्यूशियस ने फिर कहा, 'गौर से देखिए मेरे मुंह में दांत हैं या नहीं। उस व्यक्ति ने कहा ऐसा कैसे हुआ।' कन्फ्यूशियस बोले, 'जीभ कोमल होती है और दांत कठोर। जिसमें कोमतला होती है वह ज्यादा समय तक जिंदा रहते हैं और जो जितना कठोर होगा उसका अंत उतने ही जल्दी निश्चित है। इसलिए कहा भी गया है कि जो झुक सकता है वो दुनिया को झुका सकता है।'