मुंबई। बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों को तंबाकू उघोग की कंपनियों में निवेश की अनुमति दे कर सरकार अपने ही 'तंबाकू रोधी' रूख को स्पष्ट नहीं कर पा रही है। इस याचिका के दायर होने के बाद भारतीय तंबाकू, सिगरेट कंपनियों के शेयरों के दाम गिर गए है।
यह याचिका महाराष्ट्र के पूर्व गृह और श्रम मंत्री सतीश पेडनेकर की पत्नी सुमित्रा पेडनेकर और टाटा ट्रस्ट के अधिकारियों एवं टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल के डॉक्टरों समेत छह अन्य ने यह याचिका दायर की है।
इस याचिका के माध्यम से यह मांग की गई है कि, बीमा कंपनियां तंबाकू कंपनियों से अपनी शेयरधारिता समाप्त करें और भविष्य में इस तरह के निवेश नहीं करे।
भारत ने किया है तंबाकू रोधी संकल्प पर हस्ताक्षर
याचिका में कहा गया हैं कि भारत ने विश्व स्वास्थ संगठन के अति व्यापक तंबाकू रोधी संकल्प पर हस्ताक्षर किए है। साथ ही यह भी मांग की गई हैं कि, सरकार और बीमा नियामक तथा विकास प्राधिकरण को यह सुनिश्चित करने का आदेश दे या इस पर आचार संहिता बनाने का निर्देश दिया जाए ताकि भविष्य में इस तरह के निवेश नहीं किया जा सके।