मुंबई। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को दावा किया कि भाजपा को अपनी भूल समझ में आ गई है और इसलिए वह शिवसेना से सुलह की आस में है, लेकिन उन्होंने बीएमसी चुनाव के बाद अपनी पार्टी के साथ किसी गठबंधन की संभावना से इनकार किया। शिवसेना ने कांग्रेस सरकारों द्वारा किए गए विकास कार्यों की सराहना की और फिर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। शिवसेना ने कहा कि मोदी नोटबंदी के कारण पैदा हुई अराजकता को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। मोदी की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ की गई रेनकोट वाली टिप्पणी के बारे में शिवसेना ने कहा कि भ्रष्ट के साथ सत्ता में होना भी भ्रष्टाचार है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र में शुक्रवार को कहा, यदि पिछले 60 साल में यह सब न हुआ होता तो मोदी आज सोमालिया या बुरूंडी जैसे किसी देश की कमान संभाल रहे होते।
भाजपा को गलती का हुआ अहसास
ठाकरे ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कहते हैं कि बीएमसी चुनाव में यह दोस्ताना मैच है। उसका बस यह मतलब है कि भाजपा को अपनी गलती का अहसास हो गया है। वह समक्ष गयी है कि उसने गलत कदम उठा लिया है और उसके लिए मुंबईवासियों के गुस्से से लड़ना मुश्किल है। उद्धव ने कहा कि लेकिन मैं क्यों अब उससे (भाजपा से) समझौता करूं। जब मैंने उसके दिमाग के बुरे विचार देख लिए हैं, तो मैं क्यों उससे गले लगूं। कोई समझौता कभी नहीं होगा। यह संभव नहीं है। मैं अब दृढ़ हूं। यदि मैं दृढ़ नहीं होता तो मैंने यह घोषणा नहीं की होती कि मैं भविष्य में अपनी पार्टी के लिए नया रास्ता ढूंढ़ रहा हूं।
समर्थन पर संशय
महाराष्ट्र में भाजपा से समर्थन पर उन्होंने कहा कि मुझे उसके बारे में सोचना पड़ेगा। यदि वह अनैतिक तरीके से राज्य को बांटने के बारे में सोच रही है, तो मुझे उसका समर्थन करने के बारे में गंभीरता से सोचना पड़ेगा। वे शिवाजी महाराज के स्मारक के लिए बस जलपूजन कर उनके भक्त नहीं बन सकते।
‘रेनकोट’ पर हमला
शिवसेना ने कहा कि मोदी नोटबंदी के कारण पैदा हुई अराजकता को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। मोदी को अब इस नकारात्मक धारणा से बाहर निकल आना चाहिए। रेनकोट पहनकर नहा भी लें, तो शरीर भीगेगा ही। यदि किसी को लगता भी है कि कांग्रेस ने भ्रष्टाचार में लिप्त रहते हुए शासन किया, तो उन्हें यह जान लेना चाहिए कि कांग्रेस ने देश का कायाकल्प कर दिया, जिसमें स्वतंत्रता के दौरान एक सुई तक नहीं बनती थी। आज वही देश आर्थिक एवं औद्योगिक विकास के अग्रिम स्थान पर खड़ा है।
राजीव गांधी की सराहना
शिवसेना ने कहा, इंदिरा गांधी की दृढ़ इच्छाशक्ति देश का कवच थी। उन्होंने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया, देश की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाया, खालिस्तानी आतंकियों को मार गिराया और यह संदेश दिया कि भारत आतंकियों के समक्ष झुकेगा नहीं। उन्होंने देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया। कंप्यूटर युग लाए राजीव गांधी की सराहना करते हुए शिवसेना ने कहा, उनके पास स्वच्छ तरीके से कामकाज करने की इच्छाशक्ति थी। उन पर बोफोर्स का दाग भले ही लगा, लेकिन भारत में कंप्यूटर युग लाने का श्रेय उन्हें ही है।