मुंबई। भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को फिर से लागू नहीं करने के केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए राजग के घटक दल शिवसेना ने किसानों की जीत बताया और कहा यदि यह विधेयक पारित हो जाता तो इससे उद्योगपतियों को किसानों की उपजाऊ जमीन का कारोबार करने का ‘थोक’ लाइसेंस मिल जाता।
इससे पहले तीन बार भूमि अध्यादेश लागू किए जाने को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को घोषणा की थी कि चौथी बार अध्यादेश लागू नहीं किया जाएगा।
शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में छपे संपादकीय के अनुसार, सरकार ने भूमि अधिग्रहण विधेयक को पारित करने की अपनी जिद को छोड़ दिया है। इस कदम का हम स्वागत करते हैं। यह किसानों और मजदूरों की जीत है।
संपादकीय में लिखा गया है, विपक्ष ने किसानों के मन में डर का माहौल पैदा कर दिया था जिसने उन्हें यह सोचने पर मजबूर किया कि विधेयक में कुछ बिंदु भारत विरोधी और किसान विरोधी हैं और केवल उद्योगपतियों के लिए हैं।
संपादकीय के अनुसार शिवसेना और अकाली दल सरीखे राजग के घटक दलों ने भी विधेयक का विरोध किया था और केवल विपक्षी दल ही इसके खिलाफ नहीं थे।