मुंबई। महाराष्ट्र के कार्यकारी मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने अयोध्या के श्रीरामजन्मभूमि मामले पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय पर कहा कि इससे भारतीय अस्मिता और आस्था को और अधिक बल मिलेगा। फडणवीस ने कहा कि इसके अलावा इस निर्णय से भारतीय लोकतंत्र की उच्च परंपरा को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नये भारत के निर्माण में सबका साथ सबका विकास के लिए सभी धर्म, संप्रदाय और जातियों को एक साथ मिल कर काम करने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में जनता ने अयोध्या मामले पर निर्णय के बाद जिस शांति का परिचय दिया है उसके लिए हम जनता का आभार प्रकट करते हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने अयोध्या में राम मंदिर के संदर्भ में उच्चतम न्यायालय के निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि अदालत के निर्णय का सभी को सम्मान करना चाहिए। उन्होंने देशवासियों से शांति और संयम बरतने की अपील की।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने भी उच्चतम न्यायालय के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि यदि आज यह निर्णय स्वर्गीय बाला साहब ठाकरे सुनते तो उन्हें बहुत आनंद होता। उन्होंने ट्वीट पर कहा कि जब बाबरी ढांचा गिराया गया है तब बाल ठाकरे ने इसकी जिम्मेदारी ली थी। विश्व हिंदू परिषद ने अयोध्या में राम मंदिर-बाबरी मस्जिद पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह जीत भारतीय समुदाय और संविधान की है। विश्व हिंदू परिषद के देवगिरी प्रांत के अध्यक्ष संजयप्पा बार्गजे ने राम मंदिर पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय पर कहा कि इसे सभी धर्म और समुदाय के लोगों को सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के निर्णय से सत्य और संविधान की विजय हुयी है। अदालत ने विवादित भूमि को रामलला की भूमि बतायी है। विश्व हिंदू परिषद 1985 से इस संबंध में जागरुकता अभियान पूरे देश में शुरू किया और विश्व हिंदू परिषद के कई कार्यकर्ताओं ने इस अभियान में अपनी आहूती भी दी।
उन्होंने देश के सभी समुदाय के लोगों से उच्चतम न्यायालय के निर्णय को इमानदारी से स्वीकार करने और निर्णय का सम्मान करने की अपील की और कहा कि देश के विकास के लिए सभी लोगों को साथ आना चाहिए। महाराष्ट्र के प्रसिद्ध सरकारी वकील उज्ज्वल निकम ने कहा कि राम मंदिर मामले में उच्चतम न्यायालय ने ऐतिहासिक निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेश का सभी लोगों को सम्मान करना चाहिए और शांति बनाये रखनी चाहिए। उन्होंने लोगों को अफवाहों से सावधान रहने की भी अपील की है। कांगेस के वरिष्ठ नेता संजय निरूपम ने राम मंदिर के संदर्भ में उच्चतम न्यायालय के आदेश का स्वागत किया। निरूपम ने कहा कि उच्चतम न्यायालय का सभी लोगों को सम्मान करना चाहिए और सभी को शांति बनाये रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सभी हिंदुओं की भावना के अनुरूप भव्य मंदिर का निर्माण होना चाहिए। महाराष्ट्र के कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कपड़ा मंत्री नसीम खान ने राम मंदिर पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि देश के लोगों को शांति और भाईचारा बनाये रखने की जरूरत है।