मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जनता ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन को बहुमत दिया है। एक तरफ बीजेपी ने फिर दोहराया है कि मुख्यमंत्री उसका ही होगा। लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा-शिवसेना के बीच तकरार बनी हुई है। महाराष्ट्र में शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच मुख्यमंत्री पद के बंटवारे को लेकर अभी तक कोई बात नहीं बन पाई है। वहीं शिवसेना भी अपनी मांग पर अड़ी हुई है। ऐसी भी खबरें हैं कि अगर मामला नहीं सुलझता है तो जल्द ही शिवसेना गठबंधन से अलग हो सकती है। इस बीच, एक कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाया है कि बीजेपी उन्हें पैसे की पेशकश कर रही है। कांग्रेस विधायकों के जयपुर भेजे जाने की भी खबर है। जानकारी के मुताबिक, सेना भवन पर उद्धव ठाकरे की अगुवाई में पार्टी नेताओं की अहम बैठक हो रही है। इस बैठक से पहले शिवसेना नेता गुलाबराव पाटिल ने साफ कहा कि सीएम शिवसेना से होना चाहिए। हम उद्धव ठाकरे के आदेशों की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
जब तक हमें बताया जाएगा, तब तक होटल में रहेंगे। इधर, शिवसेना ने आरोप लगाया है कि बीजेपी राज्य में राष्ट्रपति शासन की कोशिश में है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि उनकी लड़ाई जारी रहेगी। हालांकि सभी शिवसेना विधायक अभी होटल में जमे हैं। शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे गुरुवार देर रात को मुंबई के रंग शारदा होटल पहुंचे थे। शिवसेना विधायक अगले दो दिन तक और इसी होटल में रहेंगे। बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को समाप्त हो रहा है। इसके बाद राज्यपाल को संवैधानिक पहलुओं पर विचार करना पड़ेगा। कांग्रेस विधायक नितिन राउत ने कहा कि बीजेपी ने हमारे विधायकों से संपर्क किया और पैसे की पेशकश की है। वहीं सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस विधायक नाना पटोले दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। दिल्ली में महाराष्ट्र के कुछ विधायकों की बैठक है, जिसके बाद वह जयपुर जाएंगे। कहा जा रहा है कि कांग्रेस अपने विधायकों की टूट से बचने के लिए सभी विधायकों को जयपुर भेज रही है।