सांगली। महाराष्ट्र के कोल्हापुर और सांगली में भारी बाढ़ के बाद स्थिति भयावह बनी हुई है और इन जिलों से एक लाख 73 हजार 584 लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है। राज्य के दोनों जिलों में बाढ़ की भयावह स्थिति के बाद सड़कों पर पानी और कीचड़ भरा हुआ है और कोल्हापुर और सांगली के राहत शिविरों में पीड़ितों की संख्या काफी बढ़ गयी है। जिला कलेक्टर अभिजीत चौधरी ने बताया अब तक एक लाख 73 हजार 584 बाढ़ पीड़तिों और 42494 मवेशियों को राहत शिविरों में स्थानांतिरत किया गया है और पीड़तिों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए युद्ध स्तर पर काम जारी है।
उन्होंने बताया कि वाल्वा और मिराज तहसील में स्थित अत्यधिक भयावह है। वहां से 66,547 और 52514 पीड़तिों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। बाढ़ से प्रभावित अन्य स्थान में पलस और शिरला तहसील हैं, जहाँ लगभग 25 और 21 गाँव इस आपदा प्रभावित हैं। जारी रिपोर्ट के अनुसार नगर निगम के इलाकों में आज पूर्वाह्न 10 बजे तक कुल 14621 बाढ़ पीड़तिों और 720 मवेशियों का पुनर्वास किया गया है। चौधरी ने बताया, ‘‘बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 67 मेडिकल टीमों को तैनात किया गया है और 14891 पीड़ितों का इलाज किया जा रहा है।’’ स्वास्थ्य दल बाढ़ के बाद कीचड़ और गंदगी को साफ करने में जुटी हुई हैं।