मुंबई। महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री रंजीत पाटिल ने बुधवार को विधान सभा में कहा कि राज्य सरकार रैंगिग विरोधी कानून बनाने के लिए सकारात्मक कदम उठायेगी। पाटिल ने कहा कि रैंगिग विरोधी कानून के बावजूद कनिष्ठ डाक्टर पायल तडवी ने अस्पताल के छात्रावास में आत्महत्या कर ली थी इसलिए राज्य सरकार ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए रैंगिग विरोधी कानून को और मजबूत बनाने का प्रयास करेगी। भारतीय जनता पार्टी के सदस्य अतुल भाटकलकर ने ध्यानाकर्षण नोटिस के जरिए इस मामले को आज विधान सभा में उठाया था।
उन्होंने मांग करते हुए कहा कि तडवी को परेशान करने के आरोपी तीन डॉक्टरों के मुकदमे में तेजी लाई जाए और उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) भी दर्ज की जाए। पाटिल ने भरोसा दिलाया कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी और रैंगिग विरोधी कानून को और मजबूत बनाया जायेगा जिससे आगे इस तरह की घटना नहीं हो। तडवी स्त्री रोग (गायनकोलॉजी) की दूसरे वर्ष की छात्रा थी। तडवी ने इस वर्ष 22 मई को छात्रावास के अपने कमरे में कथित आत्महत्या कर ली थी।