इंदौर। ओशियन पार्क टाउनशिप (निपानिया) की रोस बिल्डिंग में रहने वाली डिप्रेशन का शिकार शिक्षिका अनुपमा गुप्ते (40) ने पूजा कर रही अपनी मां यशवंत चौधरी (65) को झारा मार कर उन पर उबलता हुआ तेल डाल दिया। वे किसी तरह घर बाहर निकलीं। इसके बाद शिक्षिका ने कमरे में जाकर गैलरी में कुर्सी रख पांचवी मंजिल से छलांग लगा दी। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना सोमवार सुबह दस बजे सोमवार की है।
झुलसने से मां घायल
शिक्षिका गैलरी से कागज के दो कार्ड लेकर कूदी। इसमें उसने लिखा था कि उसके पति विप्लव के विवाहेतर संबंध हैं। हालांकि शिक्षिका का तलाक हो चुका था। वह डिप्रेशन का शिकार होकर हमेशा अपने कमरे में ही रहती थी। शिक्षिका को हड्डी की बीमारी भी थी जिससे वह खासी परेशान रहती थी। घायल मां का इलाज चल रहा है। उन्हें बेटी की मौत होने की खबर परिजन ने नहीं बताई है। शिक्षिका आठ साल पहले आत्महत्या का प्रयास कर चुकी है।
यह बताया पड़ोसी ने
अनुपमा के फ्लैट के पास रहने वाले ठाकुर परिवार के लोगों ने सीएसपी पंकज दीक्षित को बताया कि सुबह 10 बजे से पहले ही अनुपमा के घर से झगड़ने की आवाजें आ रही थीं। इस परिवार से हमारा ज्यादा परिचय नहीं है। कुछ ही मिनिट बाद अनुपमा की मां चिल्लाते हुए घर से बाहर आकर गिर गईं। वे दर्द से कराह रही थीं। हमने गेट खोल कर देखा तो वे फर्श पर पड़ी थी। हमने उनसे कहा कि आपके किसी परिजन का फोन नंबर दो हम उन्हें सूचना देते हैं, लेकिन उन्होंने नंबर नहीं दिया। हमने बिल्डिंग के रिसेप्शन पर विवाद की सूचना दे दी थी। थोड़ी ही देर बाद महिला गैलरी से कूद गई।