इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में एक सास और पति की शिकायत पर घर की बहू और उसके भाई के खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला दर्ज हुआ है। बहु ने ससुराल पक्ष को वश में करने के लिए सास-ससुर को न केवल चाय में मूत्र मिलाकर पिलाई, बल्कि पति से यह कहकर पैर दबवाए कि उसमें देवी शक्ति है। जब पोल खुली तो बहू बोली कि ये सारे टोटके वह माता-पिता से सिखकर आई थी। मामला कोर्ट पहुंचा तो इन आरोपों की जांच के आदेश हुए।
महिला एवं बाल विकास अधिकारी ने जांच रिपोर्ट पेश करते हुए आरोपों को सही बताया। कोर्ट ने सोमवार को बहू और उसका साथ देने वाले भाई के खिलाफ घरेलू हिंसा की धारा-12 में मुकदमा दर्ज कर लिया। जिला कोर्ट की न्यायाधीश रेखा आर चंद्रवंशी की कोर्ट में श्याम नगर स्थित राधिका नगर निवासी सूरज बाई (55) ने बहू नेहा के खिलाफ वकील कृष्ण कुमार कुन्हारे व वकील काशू महंत के माध्यम से परिवाद दायर किया था।
इसमें कहा गया था कि 31 वर्षीय पुत्र दीपक नागवंशी का विवाह पंचम की फेल में रहने वाली नेहा बहल से किया था। कुछ ही दिनों बाद वह मायके चली गई। हाथ-पैर जोडने पर वह चार साल बाद लौटी। 2011 में उसने बेटे को जन्म दिया तो काम करने से बचने लगी। वह अपने शरीर में देवी शक्ति आने की बात कहती। यह ढोंग करते हुए वह बेटे दीपक से काम करवाने लगी। सास-ससुर ने आपत्ति ली तो फिर से मायके चली गई। मई 2014 में फिर लौटी तो उसने टोटके करना शुरू कर दिए। इससे सास-ससुर की तबीयत इतनी बिगड गई कि वे बोलने से मोहताज हो गए। सास-ससुर अस्पताल गए तो डॉक्टर ने स्पष्ट किया कि कोई खाने-पीने की चीज में तरल पदार्थ मिलाकर दे रहा है, जिससे समस्या बढ रही है।
एक दिन सास ने बहू के बेडरूम में पीले पानी से भरी कांच की बोतल देखी। यह बोतल शाम को भरी हुई दिखती थी और सुबह किचन में खाली मिलती। सास ने चुपचाप देखा तो पता चला कि बहू उनकी चाय में मूत्र मिला देती है। जब उसे पकडा तो बोली कि आप मेरी सभी बात मान जाओ, इसलिए मायके से टोटका सिखकर आई हूं। यह बात बढती, इससे पहले वह घर का कीमती सामान बटोरकर भाग गई। इसमें उसके भाई सत्यम बहल ने उसका साथ दिया।