गौतमपुरा। गौतमपुरा के गांव सिरोंज्या में अतिक्रमण हटाने पहुंचे नायब तहसीलदार एनके मालवीय के सामने एक ग्रामीण कैलाश नायक (55) ने सल्फास खा लिया। कैलाश को इंदौर में एमवाय अस्पताल में रेफर किया गया, जहां उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद कैलाश का शव शनिवार दोपहर सिरोंज्या पहुंचा तो ग्रामीण आक्रोशित हो गए और उन्होंने इंगोरीया- इंदौर रोड पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया। ग्रामीण इतने गुस्से में थे कि उन्होंने मौके पर पहुंचे आरक्षक दिनेश वर्मा और टीआई अनिल वर्मा की धुनाई कर दी।
यह है मामला
सिरोंज्या में किसान रामकिशन कलोता की जमीन के सामने कैलाश नायक का बांस, बल्ली, कंडे व अन्य समान पडा था। रामकिशन की शिकायत पर शुक्रवार शाम 6 बजे नायब तहसीदार एनके मालवीय सिरोंज्या पंहुचे व कैलाश नायक का समान ट्रैक्टर में जब्त कर ले जाने लगे। इस पर कैलाश ने नायब तहसीलदार के सामने ही सल्फास खा लिया। इस पर अतिक्रमण हटाने गए सभी लोग वहां से भाग खडे हुए। कैलाश को एमवाय अस्पताल लाया गया जहां उसकी मौत हो गई।
जान बचाकर भागे टीआई
कैलाश की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने जब चक्काजाम किया तो मौके पर टीआई वर्मा व आरक्षक पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को कार्रवाई का आश्वासन दिया,लेकिन लोग नहीं माने। लोगों ने टीआई व आरक्षक से हुज्जत शुरू कर दी और दोनों पर हमला कर दिया। पुलिसकर्मी वहां से अपनी जान बचाकर भागे। टीआई ने एक घर में शरण ली। इसके बाद थाने से और बल बुलाया गया व भीड़ को हटाया गया। पुलिस का दबाव देखकर ग्रामीण शव लेकर चले गए। हंगामे के दौरान दोनों ओर तीन-तीन किमी तक वाहनों की कतार लग गई। एसडीओपी आरके राय हंगामा खत्म होने के बाद मौके पर पंहुचे।
हंगामे को पुलिस ने लिया हल्के में
हंगामे की सूचना पुलिस को सुबह से लग गई थी। चक्काजाम हो रहा था व भीड़ उग्र हो रही थी। इसके बावजूद टीआई व आरक्षक मौके पर बिना साजोसामान के पहुंचे। पुलिस पर हमला करने वालों पर पुलिस ने वीडियो देखकर केस दर्ज करेगी।