इंदौर। राष्ट्रीय स्वच्छता रैंकिंग में लगातार दूसरे साल अव्वल रहे शहर में इस संयंत्र के जरिए फल-सब्जियों के कचरे से बायो-सीएनजी बनाई जाएगी और फिर इस हरित ईंधन से लोक परिवहन वाहनों को दौड़ाया जाएगा। इंदौर नगर निगम (आईएमसी) के आयुक्त आशीष सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री अपने एक दिवसीय मध्यप्रदेश दौरे के तहत स्थानीय जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित "शहरी विकास महोत्सव" में हिस्सा लेंगे। इस दौरान वह अन्य सरकारी योजना-परियोजनाओं के साथ फल-सब्जियों के कचरे से बायो-सीएनजी बनाने के संयंत्र का ई-उद्घाटन करेंगे।
उन्होंने बताया कि आईएमसी ने एक निजी कम्पनी की मदद से देवी अहिल्याबाई होलकर फल-सब्जी मंडी में शहर का पहला बायोमीथेनाइजेशन प्लांट लगाया है। इस संयंत्र के जरिये हर रोज फल-सब्जियों के 20 टन अपशिष्ट को 1,000 किलोग्राम बायो-सीएनजी में बदला जा सकता है। सिंह ने कहा, शुरूआत में हम अपनी 63 सिटी बसों (शहरी लोक परिवहन बस) में से करीब 15 बसों को बायो-सीएनजी से दौड़ाएंगे। फिलहाल इन बसों में सामान्य सीएनजी इस्तेमाल की जा रही है।"
उन्होंने बताया कि बायोमीथेनाइजेशन प्लांट चलाने वाली कंपनी से हुए अनुबंध के तहत आईएमसी को बायो-सीएनजी काफी रियायती मूल्य पर प्रदान की जाएगी और यह सामान्य सीएनजी के मुकाबले सस्ती पड़ेगी। नतीजतन स्थानीय निकाय के ईंधन बिल में कटौती होगी। लोक परिवहन बसों में हरित ईंधन के इस्तेमाल से पर्यावरण की भी हिफाजत होगी।