भोपाल। मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पांच अलग-अलग मामलों में संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब किया है। आयोग से आज यहां प्राप्त जानकारी के अनुसार भोपाल के भेल क्षेत्र में नागरिकों के मनोरंजन और बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए 50 लाख रुपए की लागत से बनवाए गए यातायात पार्क को रखरखाव के अभाव में बंद होने के मामले में संज्ञान लेते हुए आयोग ने भेल प्रबन्धन से प्रतिवेदन मांगा है।
नरंसिहपुर जिले के ग्राम शाहपुर के खिरका मोहल्ला में मुल्लोबाई पटेल और उसके परिवार को पुलिस द्वारा प्रताड़ित किये जाने पर आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग ने इस संबंध में पुलिस अधीक्षक नरंसिहपुर से तीन सप्ताह में जांच प्रतिवेदन तलब किया है। नशे की हालत में तड़प रहे अजीत को उठाकर पानी आदि पिलाकर 70 वर्षीय मुल्लोबाई के परिवार ने मदद की थी।
पुलिस पर आरोप है कि उसने परिवार की महिलाओं को तीन दिन थाने में बिठाया और मारपीट की। सिवनी जिले के ग्राम थावरी निवासी राजाराम ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उसके पुत्र की हत्या के साक्ष्य को पुलिस छुपा कर आत्महत्या करना बता रही है। आयोग ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए सिवनी के पुलिस अधीक्षक से तीन सप्ताह में जांच प्रतिवेदन मांगा है।