उज्जैन। महाकाल की नगरी उज्जैन में भगवान नागचन्द्रेश्वर मंदिर के पट गुरूवार मध्य रात्रि से आगामी चौबीस घंटे के लिए खुल जाएंगे। भगवान नागचन्द्रेश्वर के पट वर्ष में केवल नागपंचमी के मौके पर ही खोले जाने की परंपरा है। भारत में हिन्दूधर्मावंलियो के लिए कैलास मानसरोवर, बाबा अमरनाथ, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री यमुनोत्री सहित अन्य ऐसा अनेक मंदिर है, जिनके पट एक दिन से अधिक समय के खोले जाते है। लेकिन शायद भगवान नागचन्द्रेश्वर देश का एकमात्र ऐसा मंदिर है, जो जिसके पट वर्ष में केवल एक दिन 24 घंटे के लिए खोले जाने की प्राचीन परंपरा है।
परंपरानुसार इस मंदिर के पट नागपंचमी के एक दिन पूर्व 27 जुलाई मध्य रात्रि 12 बजे खोले जाएंगे जो अगले दिन 28 जुलाई नागपंचमी की मध्यरात्रि तक दर्शनार्थियों के लिए खुले रहेंगे। सदियों पुराने विश्व प्रसिद्ध भगवान महाकालेश्वर मंदिर का विशाल परिसर तीन खंडो में विभक्त है। सबसे नीचले खंड पर महाकालेश्वर, दूसरे खंड पर ओकारेंश्वर तथा तीसरे खंड पर नागचन्द्रेश्वर का मंदिर स्थित है, जो नागपंचमी पर्व के मौके पर परपंरानुसार उसके पट केवल 24 घंटे के लिए खुलते है। इस मंदिर में यहां आने वाले देश विदेश के हजारों श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन एवं मंदिर प्रबंध समिति द्वारा व्यापक पैमाने पर इंतजाम किए गए है, ताकि यहां आने वाले दर्शनार्थी शीघ्र दर्शन कर सकें।