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पूर्व मंत्री कमल पटेल को विरोध करना पड़ा भारी, पार्टी ने थमाया नोटिस

By Dabangdunia News Service | Publish Date: May 27 2017 9:42AM | Updated Date: May 27 2017 9:42AM
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भोपाल। भाजपा के सीनियर नेता  पूर्व मंत्री  कमल पटेल को भाजपा और सरकार का विरोध करना भारी पड़ गया है। पिछले कुछ समय से सरकार और पार्टी की मुशीबत बढ़ा रहे कमल पटेल को कई बार चेतावनी देने के बाद आखिरकार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने नोटिस जारी कर पार्टी विरोधी काम करने पर जवाब मांगा है। भाजपा प्रदेश संगठन ने भारी मंथन और नेताओं से राय मशविरा कर पटेल को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। इसके पहले हरदा कलेक्टर दरा कमल पटेल के बेटे को जिलाबदर करने पर पटेल ने जमकर सरकार और कलेक्टर एसपी पर रेत माफियाओं से मिलकर रेत का धंधा कराने का खुला आरोप भी लगाया था। कमल पटेल की हरकत से भाजपा के वरिष्ठ नेता खासा नाराज थे और उनको कई मंत्रियों ने भी उनको समझाया था, लेकिन उन्होंने एनजीटी में याचिका दायर कर कलेक्टर एसपी समेत मुख्य सचिव को पार्टी बनाया था। 

पटेल ने बंद नहीं किया विरोध
गौरतलब है कि  हरदा कलेक्टर और एसपी पर रेत माफियाओं को संरक्षण देने और उनसे अपनी जान का खतरा होने को लेकर कमल पटेल आरोप लगाया था।  इसके पीछे मुख्य वजह कमल पटेल के बेटे के खिलाफ जिलाबदर की कार्रवाई थी। मामले के तूल पकड़ते ही सरकार ने हरदा कलेक्टर  श्रीकांत बनोट को हटाकर  मंत्रालय में उप सचिव बना दिया, लेकिन इसके बाद भी कमल पटेल ने विरोध बंद नहीं किए और सरकार के खिलाफ एनजीटी पहुंच गए। 

प्रदेश अध्यक्ष ने मांगा जवाब
बताया जा रहा है कि भाजपा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने स्वयं कमल पटेल समझाया था, और बेटे की मदद के लिए कलेक्टर से बात की थी। लेकिन पटेल दरा विरोध बंद नहीं करने से पार्टी को नुकसान हो रहा था, जिसकी वजह से शुक्रवार को नोटिस भेजकर पूछा है कि, उन्होंने पार्टी फोरम पर बात न करते हुए सार्वजनिक बयानबाजी क्यों की? क्यों न उन्हें इसके लिए पार्टी से निलंबित कर दिया जाए।  प्रदेशाध्यक्ष ने कमल पटेल से 7 दिन में जवाब देने को कहा  है।
 
कमल पटेल के बेटे पर कई मामले
कमल पटेल के बेटे सुदीप पटेल पर  14 आपराधिक मामले दर्ज हैं। हरदा थाने में चार, हंडिया में दो तथा छीपाबड़ में आठ मामले दर्ज हैं।  सुदीप पटेल की पत्नी को कोमल पटेल हरदा जिला पंचायत की अध्यक्ष हैं। यही वजह है कि पार्टी कमल पटेल पर कार्रवाई से बच रही थी।  कमल पटेल ने कहा है कि  मेरे  बेटे पर लगे सारे मामले झूठे हैं। अवैध खनन का खुलासा किया, जिसमें कलेक्टर की मिली भगत थी तो कलेक्टर ने मेरे बेटे पर कार्रवाई की है। 
 
नोटिस का जवाब मांगा है
पार्टी फोरम में बात न रखकर कमल पटेल ने पार्टी के बाहर आरोप लगाया है जिसके चलते उनको नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। हमने उनसे सात दिन में  जवाब देने के लिए कहा उनका जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। कितना भी बड़ा नेता क्यों न हो पार्टी से बड़ा कोई नहीं है। 
नंदुकमार सिंह चौहान, 
प्रदेश अध्यक्ष भाजपा मप्र
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