इंदौर। रुपयों के लेन-देन में शराब पिलाने के बाद एक नाबालिग सहित चार आरोपियों ने एक युवक की हत्या कर दी। आरोपियों ने शव ठिकाने लगाने के लिए उसे गद्दे में लपेट दिया, लेकिन नाबालिग सहित दो आरोपी पहले ही पकड़े गए। पुलिस फरार दो आरोपियों को तलाश रही है।
स्कीम 114, राजीव गांधी आवास विहार के ब्लॉक-ए स्थित फ्लैट नं. 62 में एक युवक की लाश पड़ी होने की सूचना लसूड़िया पुलिस को मिली थी। सूचना पर एएसपी राकेशकुमार सिंह, सीएसपी जयंत राठौर, एफएसएल टीम सहित अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए। ताला तोड़ा तो अंदर चार जगह से बंधा बिस्तर दिखा। उसके आसपास खून फैला था। खोलने पर एक युवक का शव मिला। उसका सिर गर्दन तक पॉलिथीन के अंदर बांधा था, ताकि ज्यादा खून न बहे। मृतक के जूते भी उसी में बांध दिए गए थे। मृतक की शिनाख्त गणेश उर्फ कृष्णा पिता मंगलसिंह ठाकुर निवासी स्कीम 136 के रूप में हुई। वह स्कीम 78 की ग्लेज इंडिया कंपनी में नौकरी के साथ दोपहिया वाहनों की खरीद-फरोख्त भी करता था। पता चला कि वह मूलत: चंद्रपुर (डिंडोरी) का रहने वाला था। पिता किसान हैं। वह तीन बहनों में इकलौता भाई था। मुखबिर से सूचना मिली कि गणेश का बुधवार रात स्कीम 78 निवासी ऋषभ रघुवंशी, मोहित उर्फ सन्नी यादव व लक्की वास्कले से विवाद हुआ था। गुरुवार सुबह करीब पांच बजे उन्हें कुछ लोगों ने बुलट मोटरसाइकिल से भागते भी देखा था। आखिर पुलिस ने बताए पते पर लक्की और एक 14 वर्षीय नाबालिग को पकड़ लिया।
फरार आरोपी प्रेस्टीज के छात्र
सीएसपी राठौर ने बताया ऋषभ रघुवंशी मूलत: बदनावर का और मोहित उर्फ सन्नी जबलपुर का रहने वाला है। दोनों ही प्रेस्टीज कॉलेज के छात्र हैं। मोहित बीबीए कर रहा है। डीआईजी ने हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम को दस हजार का इनाम देने की घोषणा की है।
बाइक के रुपयों का था विवाद
एएसपी सिंह ने बताया राजीव गांधी आवास विहार के ब्लॉक-ए में राजू नाहर का 66 नंबर का फ्लैट है, जो उसने जावेद खान से खरीदा था। राजू ने ये मकान योगेश भांड को किराए पर दिया था। योगेश ने कुछ समय किराया दिया और बाद में कब्जा कर लिया। उसने इसकी चाबी शिब्बू जादौन को दे रखी थी। इसके चलते मोहित उर्फ सन्नी का वहां आना-जाना था। एएसपी के मुताबिक पूछताछ में लक्की ने बताया कि उसकी मोहित व ऋषभ से दोस्ती थी। तीनों का राजू की चाय की दुकान पर आना-जाना था। वहां गणेश से परिचय हुआ था। ऋषभ ने गणेश से एक गाड़ी ली थी, जिसके रुपए गणेश को लेना थे। वह इसका जिक्र करते हुए हर कहीं कहता था कि ऋषभ उसका पैसा खा गया। आखिर उसने हिसाब करने की ठान ली।
पहले रॉड मारी, फिर गला दबाया
लक्की ने पुलिस को बताया कि योजनानुसार गणेश को उक्त फ्लैट पर बुलाया। यहां ऋषभ से उसकी बहस होने लगी। इस बीच गणेश ने मुझे भी गालियां दीं। इस दौरान कमरे में मैं, ऋषभ, मोहित और स्कीम 78 में नानी के घर आया चंदन नगर का 14 वर्षीय लड़का भी था। झूमाझटकी हुई तो ऋषभ ने गणेश के सिर पर लोहे की रॉड मार दी। उसके गिरते ही मोहित ने भी उसके सिर पर रॉड मारी। एएसपी सिंह के मुताबिक इसके बाद आरोपियों ने गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया। बाद में चारों ने शव जूतों सहित गद्दे में लपेटकर बांध दिया। उसे ठिकाने लगाने के लिए वे साधन जुटाने फ्लैट पर ताला लगाकर चले गए। बुलट मोटरसाइकिल पर मोहित, ऋषभ और नाबालिग थे। उन्होंने नाबालिग को उसकी नानी के घर छोड़ा और चले गए, लेकिन शव ठिकाने लगाने से पहले पुलिस ने गणेश और नाबालिग को पकड़ लिया।