मध्यप्रदेश। हाल ही में नवनिर्वाचित पंजाब सरकार ने लाल बत्ती की परंपरा समाप्त होने के फैसले किया। इस फैसलें को लेकर नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने शुक्रवार को विधानसभा में प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि, प्रदेश में भी इस परंपरा का पालन करने होना चाहिए। साथ ही उन्होंने अपनी लाल बत्ती भी वापस करने की घोषणा की।
विधानसभा में शून्यकाल के दौरान सिंह ने कहा कि जिस तरह पंजाब सरकार ने 'वीआईपी कल्चर' समाप्त करते हुए लाल बत्ती लगाने की परंपरा छोड़ने की पहल की है, उसी तरह हमारे प्रदेश में भी ये संस्कृति समाप्त की जाए। उन्होंने कहा कि वे ना तो लाल बत्ती लगाते हैं, ना ही लगाएंगे और अपनी लाल बत्ती आज से वापस करते हैं।
नेता प्रतिपक्ष के जवाब को सरकार की ओर से पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव ने दिया। उन्होंने कहा कि, जब प्रदेश में कांग्रेस पार्टी सत्ता में थी तो उस समय क्यों कांग्रेस पार्टी को ये विचार नहीं आया। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वे पांच साल तक मंत्री रहे, लेकिन तब भी लाल बत्ती का इस्तेमाल नहीं किया।
वहीं शून्यकाल के दौरान ही कांग्रेस विधायक तरुण भनोत ने संसद में रखी गई खाद्य मंत्री की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि प्रदेश में सरकारी गोदामों में रखा लगभग चार हजार करोड़ रुपए का 157 लाख टन अनाज सड़ गया है। उन्होंने इसमें साजिश की आशंका जताते हुए कहा कि इसे संभवत: शराब माफिया के लिए सड़ाया गया है और सरकार को इस मामले की सीबीआई जांच करानी चाहिए।