खरगोन। कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष अरुण यादव ने नर्मदा नदी से रेत के अवैध उत्खनन और व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले को लेकर फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा है। खरगोन में पत्रकारों से चर्चा में यादव ने अपने आरोप दोहराते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का पूरा परिवार पिछले 12 वर्षो से नर्मदा नदी से रेत के अवैध खनन का कारोबार कर रहा है। उन्होंने गुरुवार देर रात में भोपाल में अवैध रेत के डंपरों की जब्ती की कार्रवाई पर प्रशासन पर संदेह व्यक्त करते हुए कहा
कि मौके पर 102 डंपर जब्त किये गए थे, लेकिन 34 डंपर रातोरात गायब हो गए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने सवाल करते हुए कहा कि अवैध रेत के गायब हुए डंपर किसके हैं। चौहान के भतीजे प्रद्युम्न सिंह का गायब हुए इन डंपरों से क्या संबंध है। अभी तक रेत माफियाओं के खिलाफ सरकार ने कठोर कार्रवाई क्यों नहीं की। उन्होंने मांग की है कि नर्मदा नदी से रेत का अवैध परिवहन कर रहे डंपरों को राजसात किया जाए और रेत माफियाओं के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाए।
पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री यादव ने आरोप लगाया कि व्यापमं घोटाले में हुए फर्जीवाड़े से 50 लाख नौजवानों का भविष्य प्रभावित हुआ है। इस घोटाले की मुख्य जिम्मेदारी मुख्यमंत्री की है, क्योंकि उस समय वह मंत्रालय उनके पास था। उन्होंने व्यापमं घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की। यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं और नेताओं के आईएसआई से संबंध उजागर होने के बाद भी सत्ता और संगठन ने इन देशद्रोहियों के खिलाफ अभी तक कठोर कार्रवाई नहीं की है। श्री यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा की सत्ता और संगठन से जुड़े लोगों का इन भाजपाई आईएसआई एजेंटों को संरक्षण रहा है। उन्होंने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग भी की।