बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले की शाहपुर तहसील के 11 गांवों को माडल के रूप में चिन्हित किया गया है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार जिले की शाहपुर तहसील के छतरपुर,सिवनपाट,कटंगी,गोलईखुर्द,गोलईबुजुर्ग,शोभापुर,डेहरी,आमढाना,सालीवाड़ा,डुल्हारा,मालवर और किसडोल गांव को माडल के रूप में चिन्हित किया गया है। इस इलाके की राजस्व भूमि को वन विभाग नारंगी क्षेत्र बता रहा है जिसकी हकीकत पता लगाने के लिए माईक्रो सर्वे कराया जाएगा।
कलेक्टर शशांक मिश्र ने बताया कि वन विभाग जिस भूमि को नारंगी क्षेत्र बता रहा है,वह वास्तविकता में है भी या नहीं, इसके लिए 11 गांवों का चयन किया गया है और माईक्रो सर्वे प्रारंभ कराया जा रहा है। इसके नतीजे मिलने के बाद पूरे जिले में कार्य करेंगे। उल्लेखनीय है कि जिले में 1299 गांवों में 1 लाख 32 हजार हेक्टेयर राजस्व भूमि को नारंगी बताकर कब्जा वन विभाग अपना अधिकार जताता है और ग्रामीणों पर वन अपराध पंजीबद्ध कर रहा है।
इस विवाद को हल करने की शुरूआत अब बैतूल जिले से की जा रही है। इस पूरे मामले में कलेक्टर मिश्र ने शनिवार को विधायक हेमंत खंडेलवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष सूरजलाल जावलकर, वन विभाग के मामलों के जानकार अनिल गर्ग की मौजूदगी में जेएच कॉलेज के सभा कक्ष में जिले के सभी डीएफओ, एसडीएम, तहसीलदारों और रेंजरों की बैठक बुलाई और विवाद से जुड़े सभी बिंदुओं पर सूक्ष्मता के साथ चर्चा की।