इंदौर। दिल दहला देने वाली एक घटना बुधवार को इंदौर के जिंसी क्षेत्र में हुई। पुलिस और चाइल्ड लाइन ने ऐसी महिला को बचाया, जो ससुराल की भयानक प्रताड़ना झेल रही थी। महिला गर्भवती थी और पति ने उसके पेट पर लात मार दी थी।
बच्चा प्रीमैच्योर हुआ और अंतत: मर गया, उसे खाने को भी नहीं दिया जाता था। हालत यह थी कि वो पड़ोसियों से आग्रह करती थी कि जो रोटी गाय को देते हो वो मुझे दे दिया करो, मैं खा लूंगी। ये सिलसिला लंबे समय से चल रहा था।
पुलिस के मुताबिक पीड़िता का नाम हेमलता पति अमरदीप गुप्ता निवासी शंकरगंज है। महिला को प्रताड़ना देने संबंधी शिकायत क्षेत्र के लोगों ने महिला बाल विकास विभाग को की थी।
विभाग के अधिकारी विष्णुप्रताप राठौर चाइल्ड लाइन की टीम को लेकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने आसपास के लोगों के बयान लिए और ससुराल पक्ष द्वारा दी जा रही प्रताड़ना की पड़ताल की। जांच में निष्कर्ष निकला कि महिला की सास राजकुमारी गुप्ता, ननद रीना गुप्ता उसे प्रताड़ित करते थे। पति अमरदीप का व्यवहार उसके प्रति काफी हिंसक था। हेमलता से भी टीम ने बात की। वो इतनी सहमी हुई थी कि उसकी ससुराल वालों के सामने उसकी जुबान नहीं खुल रही थी। टीम ने उसे समझाइश दी, हिम्मत बंधाई तब जाकर उसने सुबकते हुए अपनी आपबीती सुनाई।
बाथरूम में छिपकर खाती थी जानवरों के लिए फेंका खाना
चाइल्ड लाइन के अविनाश वर्मा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर आसपास वालों से बात की। पड़ोसियों ने हेमलता के ससुराल वालों के दानवी आचरण पर खुलकर बात की। उन्होंने बताया ससुराल वाले हेमलता को इसलिए खाना नहीं बनाने देते थे, कहीं वो खुद न खा ले। हमारे द्वारा गाय और जानवरों के लिए डाली रोटी वह ब्लाउज में छुपाकर ले जाती थी फिर डर के मारे घर के बाथरूम में जाकर खाती थी। ससुराल वाले उसके डेढ़ साल के बच्चे से भी उसे दूर रखते थे। शर्मा ने बताया हमने हेमलता के परिवार को फोन किया। उज्जैन से उसकी बहन शहर आई। जहां शाम तक एमवाय अस्पताल में हेमलता का उपचार करवाया। इसके बाद वो उज्जैन रवाना हो गई। भूखी रह-रहकर वो हड्डी का ढांचा हो गई थी, उससे चलते तक नहीं बन रहा था। जांच टीम के सदस्य उसे गोद में उठाकर गाड़ी तक ले गए जहां से उसे एमवायएच में भर्ती करवाया।
सीढ़ियों का बहाना बनाया
हेमलता गर्भवती थी। 15 दिसंबर को पति ने गुस्से में उसके गर्भ पर जोर से लात मार दी थी। इसके कुछ दिन बाद ही उसे हॉस्पिटल में भरती करना पड़ा, जहां प्रीमैच्योर डिलीवरी करना पड़ी। दो दिन में बच्चे की मौत हो गई। तब पति, सास और ननद ने कहा कि घर में सीढ़ियों से गिरने के कारण उसकी तबीयत बिगड़ी है। सच्चाई यह है कि उनके घर में बड़ी सीढ़ियां हैं ही नहीं।
प्रताड़ना व मारपीट का केस
हेमलता के बयानों के आधार पर मल्हारगंज पुलिस ने पति अमरदीप, सास राजकुमारी उर्फ यशोदा व ननंद रीना के खिलाफ दहेज प्रताड़ना सहित मारपीट की धाराओं में केस दर्ज किया है। पुलिस ने सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।