भोपाल। भोपाल और इंदौर केन्द्रीय जेल की दीवारों में इलेक्ट्रानिक फेंसिंग की तैयारी कर ली है। पहले चरण में भोपाल और इंदौर केन्द्रीय जेल में इस तरह की फेसिंग होगी। इसके बाद अन्य जेलों के लिए विचार होगा। इलेक्ट्रानिक फेंसिंग के माध्यम से जेल की दीवारों के ऊपरी हिस्से में करंट छोड़ा जाएगा। जेल ब्रेक की घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर जेल प्रशासन ने यह निर्णय लिया है।
हालांकि जेल अफसरों का कहना है कि जेल की दीवारों में रात के समय ही करंट रहेगा। इलेक्ट्रानिंग फेसिंग का फायदा यह होगा कि यदि कोई भी बंदी दीवार फांदकर भागने की कोशिश करता है तो वह करंट लगन के कारण नाकामयाब हो जाएगा।
वहीं तत्काल ही जेल प्रबंधन को भी पता चल जाएगा कि बंदी ने भागने की कोशिश की। यदि भोपाल और इंदौर में यह प्रयोग सफल रहा तो प्रदेश की सभी जेलों में इस सिस्टम को लगाया जाएगा।
वर्तमान में देखें तो जेलों में स्ट्रक्चल सिक्युरिटी और टेक्निकल सिक्युरिटी पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। स्ट्रक्चल सिक्युरिटी के अंतर्गत जेलों में मेटल डिटेक्टर, सायरन, हथियार और वहीं टेक्निकल सिक्युरिटी के अंतर्गत सीसीटीवी, वायरलेस, बॉडी स्केनकर, जनरेटर, बेटन, जीपीएस, टर्न स्टाइल डोर उपकरण खरीदे जा रहे हैं।
अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही जेल अमले को हाईटेक उपकरणों के संचालन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा जेलों में अमले को बढ़ाने की कवायद भी चल रही है।