सतना। मैहर में मंगलवार को एक मां ने अपने दो मासूम बच्चों के साथ खुद को आग लगा ली। आग से तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। पहाड़ी गांव में घटी इस दर्दनाक घटना में मां ने बंद कमरे में लकड़ी व कंडे की चिता बनाई और फिर उसकी धधकती आग में बच्चों के साथ जा बैठी। वहीं, पुलिस मामले को संदिग्ध मानकर जांच कर रही है।
जानकारी के मुताबिक, मैहर थाना क्षेत्र के पहाड़ी गांव में रहने वाले कमलेश गौतम की पत्नी विंध्येश्वरी गौतम ने मंगलवार को सुबह अपने 10 वर्षीय पुत्र विवेक और पांच वर्षीय पुत्री सृष्टि को कमरे में बंद करके आग लगा ली। करीब 11.30 बजे के आसपास लोगों ने कमरे से धुआं उठता हुआ देखा। तत्काल ही इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची, तब कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। तत्काल ही दरवाजा तोड़कर पुलिस कमरे में पहुंची, परंतु तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने सभी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। घटना के वक्त विवेक स्कूल यूनिफार्म में था। मैहर पुलिस ने बताया कि महिला ने यह आत्मघाती कदम क्यों उठाया, यह अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हुआ है। पुलिस के अनुसार विंध्येश्वरी की शादी 12 साल पहले कमलेश से हुई थी। कमलेश आज सुबह कर 8.30 बजे अपने साले विक्की की पत्नी पूजा को छोड़ने ससुराल हर्रई गांव गया था, तभी यह घटना घटी।
13 को ही मनाया था विवेक का जन्मदिन
पता चला है कि 13 जनवरी को विवेक का जन्मदिन था। जन्मदिन की पार्टी में कई रिश्तेदार आए थे। कमलेश के पिता राजेंद्र गौतम, कमलेश के घर से कुछ ही दूरी पर एक अलग घर में रहते हंै। जन्मदिन की पार्टी में पिता व मां नहीं आए। पुलिस घटना के परिदृश्य में पारिवारिक विवाद को भी देख रही है। बताया जाता है कि दो दिन पूर्व ही मृतका का अपनी सास रामअवतारी से कुछ विवाद हुआ था।
परिजन ने लगाया हत्या का आरोप
घटना की जानकारी लगते ही विंध्येश्वरी के भाई व अन्य परिजन मौके पर पहुंचे। परिजन ने आरोप लगाया कि मामला हत्या का है। विंध्येश्वरी को पहले मारा गया है। बहरहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने ससुर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
मामला संदिग्ध, पुलिस जांच में जुटी
पुलिस को मामला संदिग्ध नजर आ रहा है। घर में बाकायदा चिता बनाई गई थी, उसके ऊपर प्लास्टिक की कुर्सी रखी गई थी, जो बॉडी से चिपकी मिली। आसपड़ोस के लोगों ने घर से धुआं उठते देखा, लेकिन किसी के चीखने-चिल्लाने की आवाज नहीं सुनी। पुलिस का कहना है कि अगर महिला ने खुद चिता बनाई होती, तो जलने पर चीखने-चिल्लाने की आवाज जरूर होती।