इंदौर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ‘‘मैग्नीफिसेन्ट एमपी 2019’’ का शुभारंभ करने के बाद कहा कि मैग्नीफिसेन्ट एमपी कोई मेला नहीं है। यह आयोजन प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार सृजित करने का एक मंच है। कमलनाथ प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में आयोजित इस निवेश सम्मेलन में पहुंचे देश के जाने-माने उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी का देश के सबसे स्वच्छ शहर में स्वागत है। उन्होंने कहा कि मैग्निफिसेंट एमपी कोई मेला नहीं है, ना सिर्फ समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षर करने के लिए रखा गया एक कार्यक्रम।
उन्होंने कहा आयोजन प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिये एक निर्णायक मंच के रूप में उभरे यही इसका मुख्य उद्देश्य है। कमलनाथ ने कार्यक्रम में राज्य सरकार की उपलब्धियां साझा करते हुये कहा कि हमारी सरकार ने बीते 10 महीने में इंदौर और भोपाल में मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का आरंभ (भूमिपूजन) किया। उन्होंने कहा प्रदेश की 70 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है। सरकार में आने के साथ ही 20 लाख किसानों का कर्ज माफ किया गया है। उन्होंने कहा प्रदेश की जनता को पर्याप्त पानी मिल सके इसलिए प्रदेश सरकार ने 'राइट टू वॉटर' शुरू किया।
उन्होंने कहा हमने यहां बहुत कुछ देखा और सीखा है। हमने कई असंभव कार्यो को संभव किया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश देश की टाइगर कैपिटल है। इसे उद्योगों का हब बनाना है। उन्होंने कहा कि इंडिया इन्क्रेडिबल है, लेकिन मध्यप्रदेश क्रेडिबल है। उन्होंने उद्योगपतियों ने कहा कि हमने प्रदेश में निवेश का बेहतर माहौल तैयार किया है। मध्यप्रदेश में र्स्टाटअप नीति अन्य राज्यों के मुकाबले आसान है। उन्होंने निवेशकों से अपील की कि आप मध्यप्रदेश के शहरों ही नहीं गांवों और कस्बों में भी पहुंचे तथा वहां निवेश करें।