भोपाल। देश भर में 'भगवा लहर' के बीच मध्यप्रदेश में भी कुल 29 में से 24 लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों की निर्णायक बढ़त से उनकी जीत सुनिश्चित प्रतीत हो रही है। इसी बीच प्रदेश की एकामत्र छिंदवाड़ा संसदीय सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी और मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ ने अपने करीबी भाजपा प्रत्याशी नथन शाह से मात्र करीब 37 हजार मतों से जीत हासिल कर ली है। इस सीट से पिछले चुनाव में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने करीब एक लाख 16 हजार मतों से जीत दर्ज कराई थी। इसी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा प्रत्याशी विवेक साहू को करीब 24 हजार मतों से हरा दिया है। प्रदेश की इंदौर और होशंगाबाद सीटों पर भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशियों के अपने निकटतम कांग्रेस प्रत्याशियों से शाम पांच बजे तक करीब साढ़े पांच लाख मतों से आगे रहने के साथ ही राज्य की 29 में से 24 सीटों पर पार्टी प्रत्याशियों की निर्णायक बढ़त बनी हुई है। भोपाल संसदीय सीट से भाजपा की प्रज्ञा सिंह ठाकुर कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के मुकाबले सुबह से अपनी बढ़त बनाए हुए हैं।
ठाकुर शाम पांच बजे तक करीब तीन लाख मतों से आगे चल रही हैं। कांग्रेस के एक और दिग्गज नेता और पार्टी महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया भी अपने करीबी भाजपा प्रत्याशी के पी यादव से करीब सवा लाख मतों से पिछड़ गए हैं। इंदौर से भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी कांग्रेस के पंकज संघवी से करीब साढ़े पांच लाख मतों से आगे हैं। वहीं होशंगाबाद प्रत्याशी उदय प्रताप सिंह की बढ़त भी करीब पांच लाख 44 हजार मतों की हो गई है। वहीं टीकमगढ़ से वीरेंद्र कुमार कांग्रेस की किरन अहिरवार से करीब तीन लाख 46 हजार मतों से आगे हैं। राजगढ़ भाजपा प्रत्याशी रोडमल नागर अपनी प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की मोना सुस्तानी से करीब चार लाख 27 हजार मतों से, खजुराहो प्रत्याशी वी डी शर्मा कांग्रेस की कविता सिंह से चार लाख 91 हजार मतों से, विदिशा से रमाकांत भार्गव कांगेस के शैलेंद्र पटेल से करीब पांच लाख मतों से और शहडोल से हिमाद्री सिंह कांग्रेस की प्रमिला सिंह से करीब चार लाख मतों से निर्णायक बढ़त बनाए हुए हैं। जबलपुर से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह कांग्रेस के विवेक तन्खा से चार लाख 42 हजार मतों से आगे चल रहे हैं। रतलाम, रीवा, सतना, सागर, सीधी, उज्जैन, मंदसौर, खरगोन, खंडवा, बालाघाट, बैतूल, दमोह, देवास और धार में भी भाजपा प्रत्याशियों की निर्णायक बढ़त बनी हुई है।