इंदौर। कलाकारों की बनाई गई कलाकृतियों की खूबसूरती और शहरवासियों का कला के प्रति आकर्षण, इन कलाकारों के काम को साकार बनाने के लिए इतना काफी है। एक ही छत के नीचे कला की एक से बढ़कर एक वस्तुओं की नुमाइंदगी से इंदौरियंस का दिल खुश होता नजर आ रहा था।
यह नजारा था इंदौर के बापट चौराहे पर आयोजित ‘हुनर’ प्रदर्शनी का। यहां कोलकाता से आए शोमी घोष ने टी-शर्ट और लेडिज कुर्ते का स्टॉल लगाया है। कैनवास पर सजने वाली रंगों की दुनिया को टैक्सटाइल डिजाइन में उतारने की साकार कोशिश को शोमी ने अलग-अलग फिगर वर्क के साथ कपड़ों पर सजाया है। वहीं पर्यावरण को बचाने का संदेश देने ओर अपनी कला को जीवंत रखने के लिए कोलकाता से आए किशोर भी सुंदर जूट की ज्वेलरी, जूट डॉल, जूट वाली पेयर को खूबसूरती से सजाया है। दीपावली नजदीक होने से प्रदर्शनी में देश के डेढ़ सौ से ज्यादा शिल्पकार अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं। जूट की पेंटिंग भी लोगों को लुभा रही है।
काइजेन आर्ट एंड सोशल वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष संदीप सरोदे ने बताया दीपावली पर देश के ग्रामीण क्षेत्र में रह रहे शिल्पकारों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए यह आयोजन किया गया है। प्रदर्शनी में नाथद्वारा से आए शिल्पकार नरेश कुमार अपने साथ मिट्टी के दीपों की आकर्षक शृंखला लाए हैं। इनके पास सबसे आकर्षक जादुई दीपक है, जिसमें दीपक के तले में तेल डाला जाता है। खास बात यह है कि जब दीपक को सीधा करके जलाया जाता है तब भी इसमें से तेल नहीं निकलता। इसके साथ ही मिट्टी के पूजा थाल, कंदिल, मिट्टी के चिड़ियाओं के घोसले और सजावट की तमाम सामग्री उन्होंने प्रदर्शित की है। प्रदर्शनी में झाबुआ के शिल्पकार अपने साथ तीन फीट की बांस की बांसुरी लाए हैं, इसे गोल घुमाने पर इसमें से सुरमयी आवाज निकलती है। संदीप सरोदे ने बताया प्रदर्शनी सुबह 11 से रात 9 बजे तक देखी जा सकती है।