हर दिन हमारी खाने की प्लेट में जो कुछ भी होता है, वो सब हमेशा से आसपास के खेतों में पैदा नहीं होता था। कई चीजें तो हजारों मील का सफर करके यहां पहुंचती हैं, देखिए कहां से आती है कौन सी चीज।
आधी दुनिया का चावल
आज विश्व की आधी से भी अधिक आबादी का मुख्य आहार चावल है। भारत में भी पैदा होने वाला धान मूल रूप से चीन से आया था। एक किलो चावल पैदा करने में 3 से 5 हजार लीटर पानी लग जाता है।
गेंहू की यात्रा
लगभग 7 हजार साल से पहले से पूर्वी इराक, सीरिया, जॉर्डन और तुर्की जैसे इलाकों में गेंहू उगाने के सबूत मिले हैं। इसको हमारे देश में रोटी की तो कहीं ब्रेड व पास्ता की शक्ल दी जाती है। गेंहू के सबसे बड़े उत्पादक चीन, भारत, अमेरिका, रूस और फ्रांस हैं।
आलू बिन सब सून
दक्षिण अमेरिका के एंडीज का मूल निवासी आलू आज विभिन्न किस्मों में हमारे लिए उपलब्ध हैं। 16वीं सदी में स्पेन के योद्धाओं ने जब पेरू पर कब्जा किया तब उन्होंने आलू का स्वाद चखा और उसे यूरोप ले आए। आज चीन, भारत और रूस आलू के सबसे बड़े उत्पादक हैं।
मक्का या सोना
मूल रूप से केंद्रीय मेक्सिको में पैदा होनेवाला मक्का अब विश्व के सभी महाद्वीपों में फैल चुका है। केवल 15 फीसदी मक्का इनसानों की थाली तक पहुंचता है बाकी जानवरों को खिलाने के काम आता है। अमेरिका में 85 फीसदी जीएम मक्का उगाया जाता है।
कॉफी - काली लक्जरी
इथियोपिया से शुरू होकर दुनिया भर की पसंदीदा ड्रिंक बन चुकी कॉफी ने लंबा सफर तय किया है। एक कप कॉफी में 140 लीटर पानी छिपा है। इसे वर्चुअल वाटर भी कहते हैं। इसकी पैदावार पर विश्व के करीब 2.5 करोड़ कॉफी किसान निर्भर हैं।
गन्ना या चुकंदर
गन्ना पूर्वी एशिया में कहीं से आया माना जाता है। इसकी मिठास के इस्तेमाल का इतिहास 2,500 साल से भी पुराना है। इसे सबसे ज्यादा ब्राजील में उगाया जाता है। इससे मुख्य रूप से शकर(चीनी) बनाई जाती है। यह यूरोप में चुकंदर से बनने वाली चीनी से सस्ती होती है।
चीन से आई चाय
और अब दुनिया में सबसे ज्यादा खपत वाला पेय पदार्थ है। हर सेंकड दुनिया भर में करीब 15 हजार चाय के कप पिए जा रहे हैं। ब्रिटिश शासन के दौरान केन्या से लेकर भारत और श्रीलंका में उगाई गई चाय को इंग्लैंड पहुंचाया जाता था।
केला सबका फल
अगर केले को विश्व का सबसे लोकप्रिय फल कहें, तो गलत नहीं होगा। दक्षिणपूर्ण एशिया से निकला केला आज जब दुनिया भर के बाजारों में बिकता है। इसके सबसे बड़े उत्पादक लैटिन अमेरिका और कैरेबियाई देश हैं।