17 Apr 2024, 02:01:43 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android

राजस्थान के अलवर में चंदौली गांव के साइबर सेंटर में कम्प्यूटर और इंटरनेट सीखने आए बच्चों के चेहरे पर अलग ही चमक दिखाई देती है। इन्हें यहां इंटरनेट, पॉवर प्वाइंट और पेंट ब्रश सीखने को तो मिलता ही है, बल्कि कभी-कभी फेसबुक और गेम्स खेलने का भी मौका मिल जाता है। इंटरनेट पर इन्हें सबसे अच्छा क्या लगता है, इसका जवाब एक ही सुर में निकलता है फेसबुक।
 
पिछले साल चंदौली गांव में एक बहुत खास मेहमान आए थे  फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग। मार्क के साथ हुई मुलाकात को याद करते हुए 13 वर्षीय हजरत सपवान के चेहरे पर बड़ी सी मुस्कान आ जाती है, जब उन्होंने हमसे पूछा कि हमें इंटरनेट पर क्या अच्छा लगता है तो हमने कहा फेसबुक जिसके जबाव में उन्होंने कहा, ब्यूटीफुल! वो कहते हैं, हमने तो कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि हमारी मुलाकात इतने बड़े आदमी से होगी। और ये भी कहां सोचा था कि हमें कम्प्यूटर चलाने को मिलेगा वो भी मुफ़्त में।
 
पिछले साल फरवरी में चंदौली  में ये कम्प्यूटर सेंटर खोला था.तब से लेकर अब तक गांव के बच्चों ने माइक्रोसॉफ़्ट एप्लिकेशंस के साथ-साथ इंटरनेट के इस्तेमाल में गुणवत्ता हासिल कर ली है। फिर चाहे वो इंस्टाग्राम हो, जी-मेल, यू-ट्यूब, फेसबुक या ट्विटर, इन बच्चों को दुनिया से जोड़ने वाली सभी सोशल मीडिया साइट्स की जानकारी है। इन बच्चों का आत्मविश्वास देख कर लगता है कि वो दिन दूर नहीं जब भारत के ग्रामीण और शहरी बच्चों के बीच का डिजिटल फासला बहुत कम रह जाएगा। वो कहते हैं  हमें भी इंटरनेट का वो सब ज्ञान है जो एक शहरी बच्चे को होता है। 
 
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