सॉफ्ट टॉयज की दुनिया में मशहूर पांडा असल जीवन में काफी आलसी होता है। लंबे समय तक यह सोता रहता है। लेकिन दुख की बात यह है कि आज इसके अस्तित्व को खतरा है। यह विलुप्त होने की कगार पर है। जाइंट पांडा दुनिया के नायाब स्तनधारी जानवरों में से एक है, जो अपने विशाल, गोल-मटोल और भारी शरीर के बावजूद सदियों से हमारे दिल में जगह बनाए हुए है।
सॉफ्ट टॉयज में इसे सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। पांडा का शरीर सफेद रंग का होता है, लेकिन ये अपनी आंखों के चारों ओर काले घेरों, बड़े गोल कानों, कंधे, छाती, टांगों और पैरों के आसपास काले पैच के कारण पहचाने जाते हैं। पांडा को चीनी भाषा में झूयांगमाओ या विशालकाय बिल्ली भालू कहते हैं। ये केवल एशिया में पाए जाते हैं। ये चीन के बांस के जंगलों और तिब्बत के हिमालय पर्वत के ढलानों के पेड़ों पर रहते हैं।
पांडा एलूरोपोडा प्रजाति के हैं, जो करीब आठ लाख साल पुरानी है। चीनी इतिहास में इनका जिक्र किया गया है। उस समय के राजा अपने दरबार में इनकी खाल रखते थे। ऐसा माना जाता था कि यह बुरी आत्माओं को भगाने और बाढ़, भूकंप आदि से बचाने में सक्षम थे। पांडा 25-30 साल तक जिंदा रहते हैं।
ये अधिकतर बांस और जंगली पौधे खाते है। इन्हें शहद बहुत पसंद होता है। इनके मुंह में 42 दांत और मांसपेशियों वाले जबड़े होते हैं, जिनसे ये बांस के कठोर डंठल को भी आसानी से चबा लेते हैं। पांडा अकेले रहने वाले जानवर हैं। ये रात में ही ज्यादा सक्रिय करते हैं। दिन भर गुफाओं, खोखले पेड़ों और घनी झाड़ियों में रहते हैं। सर्दी के मौसम में ये इन्हीं खोखले पेड़ों में लंबे समय के लिए सो जाते हैं।