वैज्ञानिकों ने हाल ही में हुए एक शोध में कहा है कि काफी पहले हमारी पृथ्वी किसी बुध जैसे ग्रह से टकरा गई होगी, जिससे इसमें मैग्नेटिक फील्ड पैदा हुआ। ऐसा माना जा रहा है कि इस टक्कर से पृथ्वी में रेडियोएक्टिव तत्व आ गए। यह शोध आॅक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने किया।
वैज्ञानिकों के अनुसार, इस मैग्नेटिक फील्ड के बिना धरती पर जीवन संभव नहीं हो सकता था। साथ ही इन वैज्ञानिकों का मानना है कि बुध ग्रह के आकार वाला पिंड ही हमारे ग्रह पृथ्वी के लिए गर्मी का मुख्य स्त्रोत रहा होगा। इस शोध में यह भी बताया गया है कि कैसे इस टकराव के कारण ही चंद्रमा का निर्माण हुआ।
शोधकतार्ओं का मानना है कि अरबों साल पहले पृथ्वी मंगल ग्रह के आकार वाले ग्रह से जब टकराई होगी, तो उसी समय चंद्रमा का निर्माण भी हुआ होगा। चंद्रमा को इसी टक्कर के बाद बचा हुआ अवशेष माना जा रहा है। टकराने वाले पिंड को यूनानी पौराणिक कहानियों के आधार पर थिया नाम दिया गया है। लेकिन एक रहस्य मौजूद है कि पृथ्वी व चंद्रमा अपने कंपोजिशन में एक जैसे क्यों हैं? इसके उत्तर के लिए कई थ्योरीज पेश की गई हैं। एक संभावना यह भी बतायी गई है कि चंद्रमा की उत्पत्ति थिया से नहीं, बल्कि मिट्टी से हुई है।