25 Apr 2024, 14:48:53 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android

खुशी हो, नाराजगी हो या किसी तरह की तकलीफ, तुम हर बात अपने मम्मी-पापा से कह सकते हो। लेकिन, क्या तुमने कभी सोचा है कि अन्य जीव-जंतु आपस में बात कैसे करते होंगे? तुम्हारी तरह ये बोल तो नहीं सकते, लेकिन बातें आपस में खूब करते हैं। अकसर तुमने देखा होगा कि पार्क में दो डॉगी कैसे  में खेलते हैं। जीव-जंतु अपने प्यार, गुस्से और दूसरी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए आवाज से ज्यादा मूक भाषा का सहारा लेते हैं। ये अपनी ध्वनि, दृष्टि, स्पर्श, गंध और रसायन के माध्यम से एक-दूसरे को संकेत देते है।  
 
 
 
सूंड़ से होती है बातचीत
हाथी के लिए बात करने में सबसे ज्यादा मददगार है सूंड़। इससे ये चिंघाड़ने के अलावा अलग-अलग तरह की आवाजें भी निकालते हैं और मीलों दूर चले गए अपने साथियों को संदेश पहुंचा देते हैं। हाथी सूंड़ से सूंड़ मिलाकर प्यार, अपनेपन और दोस्ती का प्रदर्शन करते हैं। साथ ही इसके जरिए वे खतरे को भांपकर अपने साथियों को आगाह भी कर देते हैं। 
 
 
 
अंडा भी बोलता है
जिस तरह से मां अपने गर्भ में पल रहे बच्चे से बात करती है, ठीक उसी तरह मुर्गी भी अपने अंडों से बात करती है। अंडे में से चूजा निकलने से चौबीस घंटे पहले मुर्गी और अंडा एक-दूसरे से बात करते हैं। जब मुर्गी अंडे के अंदर बंद चूजे को आश्वस्त करती है कि बाहर सब कुछ ठीक है, तभी वह अंडे से बाहर आता है।
 
 

 
 
 
भाव-भंगिमाओं से बंदर करते हैं बात
तरह-तरह की आवाजों और भाव-भंगिमाओं के जरिए बंदर करते हैं बात। आमतौर पर बंदर समूह में रहते हैं। उनका सबसे शक्तिशाली नर बंदर जब अपनी पूंछ सीधी तान दे, तो मतलब होता है कि वह मुखिया है। खो-खो करके और आंखें दिखाकर डराते हैं। दोस्ती और खुशी के लिए बंदर भौंहों को चलाते हैं।
 
 
 
चींटी
चींटियां अपनी मूंछ जैसे एंटीना के जरिए अपने साथियों से बात करती हैं और भोजन की तलाश कर लेती हैं। भोजन मिल जाने पर शरीर से एक विशेष प्रकार का रसायन गिराते हुए वापस लौटती हैं, जिसे सूंघते हुए बाकी साथी चींटियां लाइन लगाकर भोजन के स्त्रोत तक पहुंचती हैं।  फेरोमोन रसायन की वजह से चींटियां अपने सरदार का आदेश मानती हैं और समूह में काम करती हैं।
 
 
 
 
 
 
 
 
भिनभिनाकर देती है संदेश 
नाचे मधुमक्खी मधुमक्खियां नाचकर, भिनभिनाकर अपने साथियों को संदेश देती हैं। अलग-अलग आकार में घूम-घूमकर वे अपने साथियों को बताती हैं कि पराग के लिए फूल कहां मिल सकते हैं। छत्ता टूटने और नया छत्ता बनाने के लिए भी मधुमक्खियां विशेष तरीके से 
नृत्य कर अपने साथियों को संदेश देती हैं।
 
 
 
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