16 Apr 2024, 20:00:52 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android

रात की बात है शालू अपने बिस्तर पर लेटी थी। अचानक उसके कमरे की खिड़की पर बिजली चमकी। शालू घबराकर उठ गई। उसने देखा कि खिड़की के पास एक बुढ़िया हवा मे उड़ रही थी। बुढ़िया खिड़की के पास आई और बोली शालू तुम मुझे अच्छी लड़की हो। इसलिए मैं तुम्हे कुछ देना चाहती हूं।'' शालू यह सुनकर बहुत खुश हुई। बुढ़िया ने शालू को एक छड़ी देते हुए कहा  शालू ये जादू की छड़ी है। तुम इसे जिस भी चीज की तरफ मोड़ कर दो बार घुमाओगी वह चीज गायब हो जाएगी।''
 
 
अगले दिन सुबह शालू वह छड़ी अपने स्कूल ले गई। वहां उसने शैतानी करना शुरू किया। उसने पहले अपने सामने बैठी लड़की की किताब गायब कर दी फिर कई बच्चों की रबर और पेंसिलें भी गायब कर दीं। किसी को भी पता न चला कि यह शालू की छड़ी की करामात है। जब वह घर पहुंची तब भी उसकी शरारतें बंद नही हुई। शालू को इस खेल में बडा मजा आ रहा था। रसोई के दरवाजे के सामने एक कुर्सी रखी ती। उसने सोचा, क्यों न मैं इस कुर्सी को गायब कर दूं। जैसे ही उसने छडी घुमाई वैसे ही शालू की मां रसोई से बाहर निकल कर कुर्सी  के सामने से गुजरीं और कुर्सी  की जगह शालू की मां गायब हो गईं।  शालू बहुत घबरा गई और रोने लगी।
 
 
 
इतने ही में उसके सामने वह बुढ़िया प्रकट हुई। शालू ने बुढ़िया को सारी बात बताई। बुढ़िया ने शालू से कहा  मै तुम्हारी मां को वापस ला सकती हूं लेकिन उसके बाद मै तुमसे ये जादू की छड़ी वापस ले लूगी।'' शालू बोली तुम्हें जो भी चाहिए ले लो लेकिन मुझे मेरी मां वापस ला दो।'' तब बुढ़िया ने एक जादुई मंत्र पढ़ा और देखते ही देखते शालू की मां वापस आ गई। शालू ने मुड़ कर बुढ़िया का शुक्रिया अदा करना चाहा लेकिन तब तक बुढ़िया बहुत दूर बादलों में जा चुकी थी। शालू अपनी मां को वापस पाकर बहुत खुश हुई और दौड़कर गले से लग गई।
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