जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर से मानवता को शर्मशार कर देने वाली खबर सामने आई है, यहां पिता अपने मृत बच्चे का शव झोले में लिए अस्पताल में भटकता रहा, लेकिन उसे कही मदद नहीं मिली। दरअसल रमेश नामक शख्स की पत्नी शशिकला को मृत बच्चा पैदा हुआ। नर्स ने तत्काल बैड खाली करने के लिए इस दंपति पर दबाव बनाया, आख़िरकार मजबूर पिता को अपने नवजात बच्चे का शव झोले में रखना पड़ा।
हालांकि रेडक्रास संस्था के लोगों ने पीड़ित परिवार की मदद की और उन्हें एंबुलेंस मुहैया करवाई, फिर इस एंबुलेंस से पीड़ित परिवार को उनके गृह नगर जगदलपुर से लगभग 150 किमी दूर बीजापुर के आईपेंटा गांव भेजा गया। सरकार ने घटना की जांच के आदेश दिए है, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर के मुताबिक महारानी मेडिकल कॉलेज के डीन को जांच अधिकारी नियुक्त कर उनसे घटना का पूरा ब्यौरा मांगा गया है। घटना के उजागर होने के बाद स्वास्थ विभाग ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।
क्या है पूरा मामला
जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में बुधवार को 20 साल के यालम रमेश की पत्नी शशिकला ने एक मृत बच्चे को जन्म दिया था। मृत बच्चे को देखते ही वहां मौजूद नर्स ने उन्हें जल्द से जल्द हॉस्पिटल का बेड खाली करने के लिए कह दिया। बता दें कि रमेश बीजापुर जिले के लंकापल्ली के आईपेंटा गांव का रहना वाला है। हॉस्पिटल ने मृत बच्चे का शरीर भी तुरंत रमेश के हाथ में लाकर रख दिया और कहा इसे जल्दी अपने साथ ले जाओ। रमेश के मुताबिक उसे कुछ समझ नहीं आया और उसके पास मौजूद एक थैले में उसे अपने बच्चे का शव ले जाना पड़ा।