जगदलपुर। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय की प्राध्यापक नंदिनी सुंदर के नक्सलियों से संपर्क संबधी प्रमाण बस्तर पुलिस अदालत में पेश करेगी। इसके अलावा बस्तर पुलिस की ओर से जरूरत होने पर नंदिनी सुंदर का कथन लेने के लिए उन्हें नोटिस भी भेजा जा सकता है। लगभग एक महीने पहले दरभा क्षेत्र के ग्राम सौतनार में नक्सल विरोधी टंगिया ग्रुप के लीडर सामनाथ की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। घटना के बाद पुलिस ने तोंगपाल थाने में मृतक की पत्नी के रिपोर्ट के आधार पर नंदिनी सुंदर समेत अन्य लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया था।
मामले की गूंज सुप्रीम कोर्ट तक भी सुनाई थी, जिसके बाद अदालत ने नलिनी सुंदर को गिरफ्तार करने से पहले पुलिस को चार सप्ताह पूर्व नोटिस दिए जाने कहा था। आरोप है कि मई महीने में नंदिनी सुंदर समेत कई अन्य लोगों ने ग्राम सौतनार में ग्रामीणों की बैठक ली थी। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को शिकायत की थी कि उन्होंने नक्सल समर्थन के लिए ग्रामीणों को उकसाया व धमकी दी।
बस्तर पुलिस महानिरीक्षक एसआरपी कल्लूरी ने बताया कि पुलिस के पास नंदिनी सुंदर के नक्सल नेताओं से कनेक्शन के पर्याप्त सबूत हैं। अगली सुनवाई में कोर्ट के समक्ष पुलिस सील बंद दस्तावेज सौंपेगी। श्री कल्लूरी के मुताबिक न्यायालय ने पुलिस जांच में किसी प्रकार की रोक नहीं लगाई है। पुलिस की तफ्तीश जारी है। वैधानिक प्रक्रिया के अनुसार आवश्यकता पड़ने पर पुलिस कथन लेने के लिए नंदिनी सुंदर समेत अन्य लोगों को नोटिस भेज सकती है।