जबलपुर। भले ही प्रदेश भर में 108 एम्बुलेंस की हड़ताल का असर हो, पर जबलपुर में इसका कोई असर नहीं हुआ। जिला प्रशासन ने पहले ही इस मामले में संजीदगी दिखाते हुए कह दिया था कि किसी भी हाल में यह सेवा प्रभावित नहीं होनी चाहिए। इस आदेश का बखूबी पालन हुआ। 108 को चलाने वाले स्टाफ के हड़ताल पर जाते ही दूसरे स्टाफ को इसकी कमान सौंप दी गई। जिला अस्पताल ने इसके लिए अपनी अन्य सेवाओं में लगी एम्बुलेंसों को भी अटैच कर दिया। वहीं दूसरी तरफ 108 कर्मचारी संघ की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। संघ ने सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग उनके साथ नहीं है वे कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए अपने लोगों को लगाकर उनसे काम ले रहे हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग ने सभी आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि वे लोगों को सेवा मुहैया करा रहे हैं।
एक कॉल पर पहुंची एम्बुलेंस
जो लोग यह कह रहे हैं कि एम्बुलेंस सेवा पूरी तरह ठप है और प्रशासन हलाकान है, जननी सुरक्षा की एम्बुलेंस से काम लेकर इस समस्या से निपटा जा रहा है। हकीकत इससे परे है। 108 पर कॉल लगाते ही कुछ पलों में आपके पास एम्बुलेंस पहुंच जाएगी। बीती रात बरेला के समीप हुए हादसे में घायलों को 108 एम्बुलस ने ही अस्पताल तक पहुंचाया। शहर की सड़कों पर दिनभर 108 वाहनों की मौजूदगी देखी गई।