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हैदराबाद को हराकर चेन्नई सुपर किंग्स ने तीसरी बार जीता IPL का खिताब

By Dabangdunia News Service | Publish Date: May 28 2018 11:19AM | Updated Date: May 28 2018 11:20AM
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मुंबई। आईपीएल के 11वें सीजन के खिताबी मुकाबले में चैन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) ने शेन वॉटसन की विस्फोटक पारी की बदौलत सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच) को 8 विकेट से हराकर खिताब पर तीसरी बार अपना कब्जा जमा लिया है। शेन वॉटसन ने 57 बॉल पर नाबाद 117 रन की पारी खेली और वह अंत तक आउट नहीं हुए। अपनी इस मैराथन पारी के दौरान वॉटसन ने 11 चौके और 8 गगनचुंबी छक्के जड़कर विरोधी टीम को मैच से बाहर ही कर दिया। इस शतकीय पारी की बदौलत सीएसके ने 9 बॉल शेष रहते यह मैच अपने नाम कर लिया।
 
पारी की शुरूआत में डु प्लेसिस का विकेट गंवाने के बाद वॉटसन ने सुरेश रैना (32) के साथ दूसरे विकेट के लिए 117 रन की साझेदारी निभाई, जो चैन्नई की जीत में निर्णायक साबित हुई। इस सीजन यह चौथा मौका है, जब चैन्नई सुपर किंग्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को हराया है। 
 
सीएसके की धीमी शुरुआत
इससे पहले 179 रन का लक्ष्य लेकर उतरी चैन्नई सुपर किंग्स की शुरूआत धीमी रही और भुवी और संदीप शर्मा की बोलिंग के सामने पहले 4 ओवर में सिर्फ 16 रन ही जोड़ सकी। इस बीच उसने अपने पिछले मैच के हीरो रहे फाफ डु प्लेसिस (10) का विकेट सस्ते में ही गंवा दिया। इतना ही नहीं चैन्नई की जीत के नायक रहे शेन वॉटसन ने सनराइजर्स के खिलाफ अपना खाता खोलने के लिए 10 बॉल तक संघर्ष किया। वॉटसन ने 11वीं बॉल पर अपना खाता खोला और इसके बाद एक बार वह शुरू हुए, तो फिर पारी के अंत तक उन्होंने रुकने का नाम नहीं लिया। 36 वर्षीय वॉटसन की यह पारी आईपीएल फाइनल में किसी बल्लेबाज द्वारा बनाया गया आईपीएल का सर्वाधिक स्कोर है। 
 
भुवनेश्वर का मेडन ओवर
सीएसके की पारी की शुरूआत में भुवनेश्वर ने अपनी दो ओवर में एक मेडन समेत पहली 10 बॉल तक कोई रन खर्च नहीं किया था, तब लग रहा था कि धारदार बोलिंग के लिए जानी जाने वाली सनराइजर्स हैदराबाद के सामने चैन्नई सुपर किंग्स के लिए यह लक्ष्य आसान नहीं होगा। लेकिन एक बार जब, वॉटसन ने लय हासिल की, तो फिर इस मैच में सनराइजर्स के किसी भी बोलर की एक नहीं चल पाई। इस शानदार मैच में सीएसके ने सिर्फ अपने 2 ही विकेट गंवाए। दूसरे विकेट के रूप में जब रैना आउट हुए, तब सुपर किंग्स जीत से महज 46 रन दूर थी। अंत में अंबाती रायुडू ने वॉटसन के साथ मिलकर यह काम आसानी से पूरा कर दिया। 
 
श्रीवत्स कमाल नहीं दिखा पाए
इससे पहले चैन्नई ने टॉस जीतकर सनराइजर्स को पहले बैटिंग का न्योता दिया था। इस निर्णायक मुकाबले में यूसुफ पठान की उम्दा पारी की बदौलत सनराइजर्स हैदराबाद ने चैन्नई सुपर किंग्स को 179 रन का लक्ष्य दिया था। मैच की शुरूआत में एसआरएच की शुरूआत कुछ खास नहीं रही और दूसरे ओवर में श्रीवत्स गोस्वामी (5) रन आउट होकर पैविलियन लौट गए। गोस्वामी फाइन लेग पर शॉट खेल कर्ण शर्मा के सामने 2 रन चुराना चाहते थे, लेकिन कर्ण शर्मा ने बॉल पर तेजी से झपटते हुए उसे धोनी की ओर फेंक दिया और जब तक गोस्वामी क्रीज पर लौटते, तब तक धोनी उनका काम तमाम कर चुके थे। 
 
64 रन पर गिरा दूसरा विकेट
पहला विकेट गिरने के बाद कप्तान केन विलियमसन ने शिखर धवन के साथ मिलकर 51 रन जोड़े। दोनों बल्लेबाज संभलकर पारी को आगे बढ़ा रहे थे और स्कोर को 64 रन पर पहुंचा दिया। इसके बाद कैप्टन कूल धोनी ने बॉल रविद्र जडेजा को सौंपी और जड्डू ने अपने पहले ही ओवर में शिखर धवन (26) को बोल्ड कर दिया। इस तरह 64 रन के कुल योग पर सनराइजर्स ने अपना दूसरा विकेट गंवा दिया। धवन ने यह 26 रन बनाने के लिए 25 बॉल खर्च कीं, जिसमें 2 चौके और 1 छक्का शामिल रहा। 
 
विलियमसन नहीं खेल पाए बड़ी पारी
तीसरे विकेट के लिए केन विलियमसन का साथ देने क्रीज पर शाकिब अल हसन आए और उन्होंने तेजी से रन जुटाना शुरू कर दिए। शाकिब को देखकर विलियसन ने भी तेजी से रन जुटाने का काम शुरू किया। दोनों ने मिलकर स्कोर को 100 पार पहुंचा दिया। इस बीच विलियमसन (47) कर्ण शर्मा की एक बॉल पर वह चूक गए और विकेट के पीछे चौकन्ने खड़े धोनी ने उन्हें क्रीज पर वापस लौटने का कोई मौका नहीं दिया। इस तरह 36 बॉल पर 5 चौके और 2 छक्के जड़ चुके विलियमसन को वापस पैविलियन लौटना पड़ा। 
 
यूसुफ की आक्रामक पारी
पारी के 13वें ओवर में बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर आए यूसुफ ने अपनी टीम के लिए इस अहम मुकाबले में 25 बॉल पर 45 रन की उम्दा पारी खेली। शाकिब अल हसन और यूसुफ पठान ने जिम्मेदारी अपने कंधों पर लेते हुए तेजी से रन बटोरने का सिलसिला जारी रखा। इस बीच 15 बॉल में 23 रन बनाकर शाकिब ड्वेन ब्रावो की बॉल पर आउट हो गए। ब्रावो की फुल टॉस बॉल को शाकिब बाउंड्री के पार पहुंचाना चाहते थे, लेकिन वह बॉल को ठीक से कनेक्ट नहीं कर पाए और सुरेश रैना ने उन्हें कैच कर पविलियन भेज दिया। शाकिब चौथे विकेट के रूप में पैविलियन लौटे। इसके बाद दीपक हुड्डा (3) भी जल्दी ही पैविलियन लौट गए। 
 
ब्राथवेट ने 11 में 21 रन बनाए
इसके बाद छठे विकेट के रूप में कार्लोस ब्राथवेट आए और उन्होंने यूसुफ के साथ 18 बॉल में 33 रन की साझेदारी की। ब्राथवेट ने 11 बॉल में 21 रन बनाए। पारी की अंतिम ब़ॉल पर भले ब्राथवेट भले आउट हो गए हों, लेकिन उन्होंने चैन्नई के सामने इस खिताबी मुकाबले में मजबूत लक्ष्य रखने में कामयाबी हासिल कर ली। चैन्नई की ओर से रविंद्र जडेजा, कर्ण शर्मा, लुंगी नगिडी, ड्वेन ब्रावो और शार्दुल ठाकुर ने 1-1 विकेट लिया। लेकिन वॉटसन की तूफानी पारी के सामने सनराइजर्स के बोलर्स इस टारगेट को बचा नहीं पाए
 
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