नई दिल्ली। रविवार को आईपीएल 2018 की लीग स्टेज का अंत हुआ जो राजस्थान जैसी टीम के लिए बड़े फायदे के रूप में आया तो वहीं पंजाब और मुंबई के लिए बेहद निराशा लेकर आया। सीजन 11 की शुरूआत में प्रीति जिंटा टीम की लय देखकर ये कोई नहीं कह सकता था कि इस साल उसका ऐसा अंत होगा। टूर्नामेंट के पहले हिस्से में पंजाब ने जीत की झड़ी लगा दी लेकिन दूसरे हिस्से में हार के क्रम के रोक ही नहीं पाई, यह आईपीएल इतिहास में अपने आप में एक अनोखी बात है।
रविवार को टूर्नामेंट के लास्ट लीग मैच में पंजाब को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 53 या उससे ज्यादा रनों के अंतर से या फिर 38 गेंद शेष रहते मैच जीतना था जिससे प्लेआॅफ में पहुंचा जा सके। लेकिन पंजाब की टीम न सिर्फ प्लेआॅफ में जाने में विफल रही बल्कि उसने मैच 5 विकेट से गंवा दिया। पंजाब ने शुरू के छह में से पांच मैचों में शानदार जीत दर्ज की थी, लेकिन वो बाकी के 8 मैचों से सिर्फ एक जीत सकी और प्लेआॅफ में क्वालीफाई करने से रह गई। ऐसा आईपीएल के इतिहास में पहली बार हुआ है।
जी हां, पंजाब के नाम एक खराब रिकॉर्ड जुड़ गया है कि वो शुरू के 6 में से पांच मैच जीतकर प्लेआॅफ से बाहर हो जाने वाली आईपीएल इतिहास की पहली टीम बन गई है। इससे पहले किसी और टीम के साथ ऐसा नहीं हुआ है। गौरतलब है कि पहले दिल्ली डेयरडेविल्स की मुंबई पर 11 रन की जीत और फिर पंजाब की पांच विकेट की हार से राजस्थान को प्लेआॅफ में जगह बनाने का सुनहरा मौका मिल गया। राजस्थान की टीम 23 मई (बुधवार) को कोलकाता के खिलाफ ईडन गार्डंस में एलीमिनेटर मैच खेलेगी। इस मैच में जो हारेगा वो बाहर हो जाएगा।