इंदौर। बेटमा में किराना व्यापारी और उनके बेटे की घर के सामने तीन से ज्यादा बदमाशों ने हत्या कर दी। व्यापारी के पिता ने बीच बचाव किया तो बदमाशों ने उनका हाथ काट दिया। लोगों ने बदमाशों का पीछा किया, लेकिन वे भाग गए। परिजन घायलों को चोइथराम अस्पताल लेकर पहुंचे जहां व्यापारी के बेटे ने दम तोड़ दिया था। कुछ देर बाद व्यापारी की भी मौत हो गई। गुस्साए लोगों ने काफी देर तक सागर कुटी पर चक्काजाम किया।
व्यापारी के पिता आईसीयू में हैं। परिजन का आरोप है कि बदमाश रुपए से भरा बैग भी ले गए हैं, लेकिन पुलिस इस बात से इनकार कर रही है। पुलिस के मुताबिक मृतकों के नाम विंध्याचल पिता सुदामा गुप्ता (45) निवासी लाइफ सिटी कॉलोनी काली बिल्लोद बेटमा उनका बेटा संदीप गुप्ता (25) है। जबकि विध्यांचल के पिता सुदामा का बदमाशों ने हाथ काट दिया। विंध्याचल की संदीप ट्रेंडर्स के नाम से भोजपुर कॉलोनी सेक्टर 3 सागर कुटी चौराहे के पास किराना सामान की होलसेल दुकान है। परिजन के मुताबिक घटना के बाद बेटमा पुलिस की पीसीआर वैन पहुंची, लेकिन उसमे मौजूद पुलिसकर्मियों ने शराब पी रखी थी। पुलिस ने अस्पताल चलने से भी साफ इनकार कर दिया।
दुकान से घर पहुंचते ही बदमाशों ने किया हमलारविवार रात करीब दस बजे विंध्याचल अपने बेटे संदीप व वृद्ध पिता सुदामा के साथ बोलेरो से दुकान से घर के लिए निकले। वे घर पहुंचे तो सुदामा ने घर के दरवाजे पर पहुंच कर बेल बजाई तभी एक बदमाश ने उनके हाथ पर तलवार मार दी। इससे उनका हाथ कट गया । परिजन का कहना है कि उनके हाथ में बैग था जिसमें आठ से दस लाख रुपए रखे हुए थे। बैग बदमाशों ने उठा लिया था।
पिता सुदामा पर हमला हुआ तो संदीप व विंध्याचल दौड़े तभी बदमाशों ने उन पर भी हमला कर दिया। शोर हुआ तो संदीप का भाई शेषनाथ भी बाहर आ गया। उसने बताया कि दादा सुदामा का खून बह रहा था। करीब तीन बदमाश उसके पिता विंध्याचल व भाई संदीप पर हथियार चला रहे थे। उनके हाथ में तलवार, फालिये व चाकू थे। विंध्याचल ने एक बदमाश को पकड़ लिया था। उस बदमाश को छुड़ाने के लिए उसके साथी पहुंचे और उन्होंने संदीप व विंध्याचल को चाकू मार दिए। दोनों वहीं गिर पड़े थे। लोग एकत्रित हुए और बदमाशों का पीछा किया, लेकिन वे कॉलोनी की बॉउंड्री कूद कर जंगल में भाग गए।
20 दिन पहले भी बैग चोरी
परिजनों के मुताबिक 24 जून की रात विध्यांचल व संदीप दुकान मंगल कर घर जाने की तैयारी कर रहे थे। उनके हाथ में बैग था जिसमे में करीब 6 लाख रुपए रखे हुए थे। बैग को उन्होंने अपनी कार में रखा और दुकान का शटर देखने चले गए। तभी बदमाश कार के पास पहुंच कर बैग चुरा ले गए। बदमाशों का पीछा भी किया गया था लेकिन वे भाग निकले थे। परिजन का आरोप है की इस घटना की रिपोर्ट करने के लिए जब गुप्ता परिवार बेटमा थाने पहुंचा तो पुलिस ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। इसकी कुछ रिकॉर्डिंग भी की गई थी। आखिरकार पुलिस ने चोरी की एफआईआर दर्ज कर उसमे तीन लाख रुपए की चोरी होना बताए थे। मामले में बेटमा पुलिस चोरों को नहीं पकड़ पाई थी।
पुलिस को रंजिश का शक
पुलिस का कहना है कि कुछ दिन पहले गुप्ता परिवार का किसी व्यक्तिसे विवाद हुआ था। यह विवाद भी हत्या का कारण हो सकता है।
- बताया जा रहा है कि व्यापारिक रंजिश के चलते यह विवाद हुआ था।
- वहीं परिवार का कहना है कि उनकी दुकान पर करीब सात नौकर काम करते हैं। इसमें से एक पर उन्हें हत्याकांड में लिप्त होने की शंका है। नौकर का नाम परिवार ने पुलिस को बताया है।
- पुलिस ने आरोपियों पर 10 हजार रुपए के इनाम की घोषणा की है।