इंदौर। एमजी रोड थाना पुलिस को शुक्रवार को चार माह की बच्ची का शव मिला। शार्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके साथ दुष्कर्म करने के बाद उसका गला दबाकर मार दिए जाने पुष्टि हुई है। डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र के मुताबिक राजबाड़ा के नजदीक बने बहुमंजिला व्यावसायिक भवन शिवविलास पैलेस के अंदर श्रीनाथ पैलेस के तलघर में इस हैवानियत को अंजाम दिया गया।
दोपहर 12.30 बजे यहां दुकान खोलने सुनील शर्मा नाम का कर्मचारी पहुंचा था। उसने बच्ची का शव देख पुलिस को सूचित किया। कर्मचारी के मुताबिक बच्ची का शव सीढ़ियों से दो फीट दूर पड़ा था। मौके पर पहुंची पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज जब्त कर लिए हैं। आरोपी नवीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह बच्ची का मुंहबोला रिश्तेदार है। फुटेज में वह बच्ची को ले जाते हुए दिखाई दिया है। पुलिस के मुताबिक उसने अपना अपराध कबूल कर लिया।
बच्ची के माता-पिता से झगड़ा हुआ था संदिग्ध आरोपी का
पुलिस के मुताबिक नवीन भी बच्ची के माता-पिता के साथ ही छोटा-मोटा सामान बेचता है। उसका पत्नी से विवाद चल रहा है। गुरुवार को वह बच्ची के माता-पिता के पास पहुंचा और पत्नी से सुलह करवाने को कहा लेकिन उन्होंने बीच में पड़ने से इंकार कर दिया। देर रात वह पहुंचा और बच्ची को उठाकर ले गया। सुबह बच्ची की लाश मिली। इससे पहले पुलिस ने फुटेज देखकर भीम नामक युवक को पकड़ा था। उसकी कद-काठी नवीन से मिलती-जुलती थी। बाद में माता-पिता को बार-बार फुटेज दिखाए गए तो उन्होंने नवीन के रूप में आरोपी की पहचान की।
तलघर की 12 में से पांच सीढ़ियां खून से सनी थीं, देखकर दंग रह गई पुलिस
पुलिस की टीम घटनास्थल को देखकर दंग रह गई। यहां तलघर की 12 सीढ़ियों में से पांच खून से सनी थीं। बच्ची का शव नीचे की तरफ पड़ा था। पुलिस गेट खोलकर अंदर घुसी। बच्ची के शरीर पर कपड़े नहीं थे। उसके साथ काफी दरिंदगी की गई थी। प्राइवेट पार्ट में चोट के निशान थे। शव पीएम के लिए एमवायएच पहुंचाया गया। यहां डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची के साथ बहशियाना तरीके से दुष्कर्म किया गया। काफी रक्तस्राव होने से उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने दम घुटने की बात भी कही है।
ऐसे गायब हुई बच्ची
- बच्ची की पहचान उसके रिश्तेदार ने की। उसने बताया कि बच्ची और उसके माता-पिता एरोड्रम इलाके में रहने वाले हैं। वे राजबाड़ा पर दुकान लगाते हैं।
- गुरुवार-शुक्रवार की रात करीब तीन बजे बच्ची रो रही थी तो मां ने उसे दूध पिलाकर सुला दिया था। वह माता-पिता के बीच में सो रही थी।
- शुक्रवार सुबह करीब पांच बजे माता-पिता की नींद खुली तो बच्ची गायब थी। परिजन ने उसे ढूंढ़ने का प्रयास किया। नहीं मिली तो सराफा थाने पहुंचे।
पुलिस की लापरवाही
- बच्ची के लापता होने पर माता-पिता सुबह पांच बजे के बाद सराफा थाने पहुंचे।
- एएसआई त्रिलोकसिंह बरकड़े ने सुबह आने का कहकर उन्हें रवाना कर दिया।
- डीआईजी ने जांच के बाद एएसआई को सस्पेंड करने की पुष्टि की है।
- बच्ची के लापता होने के मामले में अधिकारी समय पर गुमशुदगी दर्ज होने की बात कह रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि परिजन केस दर्ज कराने से मुकर रहे थे।
ऐसे पकड़ा गया आरोपी
जिस जगह से बच्ची गायब हुई, वहां पुलिस के कैमरे लगे हैं। यहां कंट्रोल रूम से अधिकारियों ने रात से सुबह तक के फुटेज तलाशे, जिसमें आरोपी नवीन बच्ची को ले जाते हुए दिखा। फुटेज में वह 4.52 बजे बच्ची को उठाते हुए दिखाई दिया है। पुलिस के मुताबिक बच्ची का परिवार दिहाड़ी मजदूरी करता है। साथ ही राजबाड़ा क्षेत्र में सामान बेचता है। बच्ची की एक बड़ी बहन और दो भाई हैं। वह चार भाई-बहनों में सबसे छोटी थी।
शव को देखकर अनदेखा करते रहे लोग
शिवविलास पैलेस दो थानों की सीमा में आता है। यहां एमजी रोड और सराफा थाना लगता है। रात में यहां नशेड़ियों का जमावड़ा लगा रहता है। इसके बावजूद पुलिस की गश्त नहीं रहती। शुक्रवार सुबह यहां बिल्डिंग के व्यापारियों ने दुकानें खोल ली थीं। बच्ची के शव को कई लोगों ने देखकर अनदेखा कर दिया था। दोपहर करीब 12.30 बजे सुनील शर्मा वहां नहीं पहुंचता तो व्यापारी शायद पुलिस को सूचना भी नहीं देते। घटना की सूचना मिलने के बाद भी एमजी रोड थाने के सीएसपी डेढ़ घंटे बाद पहुंचे। वहीं, एसपी अवधेश गोस्वामी भी ढाई घंटे बाद बच्ची को देखने एमवाय अस्पताल पहुंचे।