इंदौर। भाजपा नेता जवाहर मंगवानी और उनकी पार्षद पत्नी सरिता मंगवानी सहित अन्य दो बेटों दीपक व हरीश पर 80 वर्षीय मां आशा मंगवानी द्वारा मारपीट और मकान पर कब्जे के मामले का खुलासा होने के बाद अब कार्रवाई तेज हो गई है। वृद्ध मां अब इस मामले की शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से करने जा रही है। दिवाली बाद वे मुख्यमंत्री से मिलकर पूरी बात रखेंगी। इधर भाजपा आलाकमान और राज्य महिला आयोग भी इस मामले में सख्त कार्रवाई के मूड में है।
दबंग दुनिया में प्रकाशित समाचार के बाद अब यह मामला भाजपा आलाकमान तक पहुंचा है। पार्टी ऐसे किसी भी मामले में रियायत देकर अपनी छवि खराब नहीं करना चाहती है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमारसिंह चौहान ने साफ कहा कि अपनी ही मां को परेशान करने वाले भाजपा नेता जवाहर मंगवानी और उनकी पार्षद पत्नी सरिता मंगवानी को पार्टी से बाहर निकालने की कार्रवाई की जाएगी। उनके अनुसार अपनी मां को सताने वाले नेताओं की गंदगी पार्टी में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मालूम हो कि आशा मंगवानी ने अदालत को दिए आवेदन में भी लिखा है कि भाजपा नेता होने का रौब झाड़कर बेटा जवाहर व उसकी पत्नी हमें धमकाते हैं।
अदालत में भी जवाहर ने खाई मात
जवाहर की वृद्ध मां आशा मंगवानी ने उन पर और पार्षद बहू सरिता मंगवानी सहित दो अन्य बेटों दीपक व हरीश पर आरोप लगाया है कि वे अपने राजनीतिक दबाव, प्रभाव का इस्तेमाल कर उनके मकान पर कब्जा करना चाहते हैं। इसी के चलते जवाहर ने भाई दीपक व हरीश के माध्यम से उनके (आशा) और बड़े बेटे प्रकाश के खिलाफ कोर्ट में केस लगाकर नोटिस जारी करवा दिए हैं। अदालत ने ये नोटिस खारिज कर दिया है। मां आशा के अनुसार ये तीनों बेटे और बहू उन्हें गालियां तक देकर परेशान कर रहे और धमकाते हैं।
महिला आयोग भी करेगा कार्रवाई
इस मामले को राज्य महिला आयोग ने भी गंभीरता से लिया है। आयोग की अध्यक्ष लता वानखेड़े के अनुसार दबंग दुनिया में ये पढ़ा। ऐसा मामला दुर्भाग्यपूर्ण है। एक मां का इस तरह दर-ब-दर भटकना और बेटों द्वारा घर में प्रताड़ना देना ठीक नहीं है। इस मामले में आयोग कार्रवाई करेगा। 27 अक्टूबर को आयोग की बैठक में यह मामला उठाया जाएगा।