इंदौर। 108 की सेवा ठप होने का खामियाजा कुछ लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ रहा है, तो कुछ की जेब पर। अस्पताल तक पहुंचने के लिए कई लोग ऐसे हैं, जिनके पास रुपए नहीं हैं। ऐसे में किराए का वाहन लेना उनकी पीड़ा को और ज्यादा बढ़ा रहा है, जबकि निजी वाहन चालक 108 कर्मचारियों की हड़ताल को भुनाने में लग गए और मजबूर मरीजों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं। एमवाय अस्पताल और जिला अस्पताल में ऐसे कई मरीज हैं, जो मर्ज के दर्द के साथ ही हड़ताल की पीड़ा भी सहन कर रहे हैं।
खातेगांव से आए बसंत ने बताया पिता हाकम मजदूरी करते वक्त मकान की छत से गिर गए थे। बाएं पैर और कूल्हे में आई गहरी चोट के बाद नजदीकी अस्पताल ले गए, तो उन्होंने फ्रैक्चर बताकर पट्टा चढ़ा दिया, किंतु चोट ज्यादा होने से एमवाय अस्पताल रैफर कर दिया। बसंत ने बताया पहले तो हमने 108 को फोन लगाया, मगर उन्होंने कहा हड़ताल की वजह से वह मदद नहीं कर सकते। तकलीफ ज्यादा थी, इसलिए रुपए उधार लेकर वैन वाले को दिए, तब अस्पताल पहुंचे। बसंत ने इसकी भी शिकायत की कि वैन वाले ने 1800 रुपए के 2800 वसूले, जो मजबूरी में देना पड़े।