इंदौर। ज्यादती के मामले में फरार कुख्यात गुंडे मनोज परमार को क्राइम ब्रांच ने मंगलवार शाम चित्रकूट (उप्र) से पकड़ लिया है। मंगलवार सुबह ही पीड़िता ने डीआईजी से शिकायत कर आरोपी की जल्द ही गिरफ्तारी की मांग की थी।
सितंबर 2016 में मल्हारगंज पुलिस ने गुंडे परमार के खिलाफ एक महिला की शिकायत पर ज्यादती का केस दर्ज किया था। महिला ने बताया था कि पति की मौत के बाद कुछ गुंडों ने उसके प्लॉट पर कब्जा कर लिया था। इस पर उसने परमार से मदद मांगी थी।
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इस दौरान परमार ने उसे विश्वास में लेने के बाद डरा-धमकाकर आठ माह तक ज्यादती की। केस दर्ज होने के बाद परमार को निर्दोष बताते हुए संत समाज सड़क पर उतरा था। हालांकि, उन्हें पीछे हटना पड़ गया। पुलिस की सख्ती बढ़ने पर परमार फरार हो गया था। उस पर दस हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था।
कार में घूमते पकड़ा
बताते हैं मंगलवार सुबह जनसुनवाई के बाद शिकायतकर्ता महिला डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र से मिली थी। उसने शिकायत के सात माह होने के बाद भी परमार की गिरफ्तारी नहीं होने का कहते हुए नाराजगी जताई थी। इस पर डीआईजी ने एएसपी क्राइम अमरेंद्रसिंह को गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। एएसपी ने उप्र में पहले से मौजूद टीम को परमार को पकड़ने के आदेश दिए।
जिस पर शाम को उसे चित्रकूट में एक आश्रम के पास बिना नंबर की कार में घूमते पकड़ लिया गया। उसके साथ एक युवक भी था। डीआईजी ने परमार के पकड़ाने की पुष्टि करते हुए बुधवार सुबह उसे इंदौर लाने की बात कही है। आरोपी परमार संत बनकर मठ और आश्रमों में फरारी काट रहा था।